नई दिल्ली – नेपाल ने आज से बांग्लादेश को 40 मेगावाट बिजली के निर्यात की शुरुआत की है, जो भारत के ट्रांसमिशन ग्रिड के माध्यम से हो रहा है। यह कदम नेपाल, भारत और बांग्लादेश के बीच 3 अक्टूबर 2023 को हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते के तहत लिया गया है।
नेपाल के एक अधिकारी के अनुसार, बिजली का निर्यात शनिवार आधी रात से शुरू हुआ है। यह पहल नेपाल के लिए अतिरिक्त हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर को बेचने का एक अवसर प्रदान करती है, जबकि बांग्लादेश को अपनी बिजली की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
इस समझौते के तहत, नेपाल अपनी अतिरिक्त बिजली को भारत के 400 केवी धल्केबार-मुजफ्फरपुर क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बांग्लादेश तक पहुंचाएगा। बांग्लादेश को आपूर्ति की गई बिजली की मात्रा मुजफ्फरपुर बिंदु पर नेपाल बिजली प्राधिकरण (NEA) द्वारा गणना की जाएगी।
इस पहल से नेपाल को वार्षिक रूप से लगभग 9.2 मिलियन डॉलर की आय होने की उम्मीद है, जबकि बांग्लादेश को अपनी बिजली संकट से निपटने में मदद मिलेगी, खासकर तब जब आदानी पावर के गोड्डा प्लांट से आपूर्ति निलंबित है।
नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का और बांग्लादेश की ऊर्जा मंत्री सायेदा रिजवाना हसन इस समझौते पर हस्ताक्षर समारोह में उपस्थित थे। यह कदम दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ऊर्जा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।