मुंबई: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के एक मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक कदम है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की जानी चाहिए। गोयल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने उन लोगों को सजा दिलाने का संकल्प लिया है, जिन्होंने हमारे देश पर हमला किया। अब राणा को भारत की धरती पर भारतीय कानून के तहत सजा दी जाएगी।”
गोयल ने इस दौरान कांग्रेस की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई। गोयल ने कहा, “कांग्रेस की सरकार ने 26/11 हमले के बाद भी आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उस समय पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को तो बिरयानी तक खिलाई गई थी।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज भारत की ताकत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी साख बढ़ी है, जिसका श्रेय पीएम मोदी को जाता है। गौरतलब है कि तहव्वुर हुसैन राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, 2008 के मुंबई हमले में शामिल था, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी।
राणा को 2011 में मुंबई की एक अदालत ने दोषी ठहराया था और 2023 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। इसके बाद फरवरी 2025 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले को अंतिम रूप दिया। अप्रैल 2025 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने राणा को हिरासत में लेने के लिए अमेरिका का दौरा किया, जिसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की बड़ी जीत माना जा रहा है। यह घटना न केवल भारत की कूटनीतिक सफलता को दर्शाती है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस नीति को भी रेखांकित करती है। राणा का प्रत्यर्पण लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।