रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 16 मई 2025 को गुजरात के भुज एयरबेस से पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को लेकर कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने IMF से पाकिस्तान को दी जा रही 1 अरब डॉलर की सहायता पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि यह सहायता आतंकवाद के वित्तपोषण के समान है।
सिंह ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ₹14 करोड़ देने की योजना बनाई है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ढांचे को फिर से बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
सिंह ने IMF से आग्रह किया कि वह पाकिस्तान को दी जा रही सहायता पर पुनर्विचार करे और भविष्य में किसी भी प्रकार की सहायता से परहेज करे। उन्होंने कहा कि भारत नहीं चाहता कि IMF को दिए गए उसके योगदान का उपयोग पाकिस्तान या किसी अन्य देश में आतंकवादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाए।
यह बयान हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में आया है, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था। सिंह ने भारतीय वायुसेना की भूमिका की सराहना की और कहा कि भारत की नई नीति “आतंकवाद पर हमला और उसका खात्मा” है l