हुबली, कर्नाटक: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 पर दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। जोशी ने कहा कि यह एक केंद्रीय कानून है, जो 2013 के अधिनियम के बाद लागू हुआ है, और इसे सभी को लागू करना होगा, इसमें कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने ममता बनर्जी से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कानून-व्यवस्था की स्थिति को ठीक करने की मांग की, जहां हाल ही में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। जोशी ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “वहां दिन-रात एक खास धर्म, यानी हिंदू समुदाय से जुड़े लोगों की हत्या हो रही है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उन्हें स्थिति को नियंत्रण में लाना चाहिए और सभी को इस कानून को लागू करना होगा, इसमें कोई सवाल ही नहीं है।”
गौरतलब है कि मुर्शिदाबाद में इस अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। बीजेपी ने दावा किया है कि इस हिंसा के कारण 400 से अधिक हिंदुओं को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा। वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को हाल ही में संसद ने पारित किया था, जिसे 3-4 अप्रैल को लोकसभा और राज्यसभा में मंजूरी मिली। इस कानून का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार, सर्वेक्षण और पंजीकरण की प्रक्रिया को कुशल बनाना है। हालांकि, इस कानून का कुछ समुदायों ने विरोध किया है, जिसके चलते पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया है।
ममता बनर्जी ने इस अधिनियम के खिलाफ बोलते हुए कहा था कि वह बंगाल में किसी भी तरह के “बांटने और राज करने” की नीति को लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने मुस्लिम समुदाय को भरोसा दिलाया कि उनकी संपत्ति की रक्षा की जाएगी। लेकिन जोशी ने उनके इस रुख को खारिज करते हुए कहा कि केंद्रीय कानून का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। इस बीच, मुर्शिदाबाद में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीएसएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं, और अभी तक कोई नई हिंसक घटना की सूचना नहीं मिली है। यह घटनाक्रम देश भर में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर बहस को और तेज कर सकता है।