नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शुक्रवार को नई दिल्ली में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की और इस दिशा में इजरायल के दृढ़ समर्थन की सराहना की।
डॉ. जयशंकर ने इस बैठक के बाद ट्वीट कर कहा, “आज नई दिल्ली में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार के साथ अच्छी चर्चा हुई। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद से निपटने में इजरायल के दृढ़ समर्थन की सराहना की।” यह मुलाकात दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों और आतंकवाद से निपटने के लिए साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
रूवेन अजार ने अगस्त 2024 में भारत में इजरायल के राजदूत के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया था। भारत और इजरायल के बीच 1992 में पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध लगातार मजबूत हुए हैं।
दोनों देश न केवल रक्षा और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। इजरायल में योग की लोकप्रियता और भारत में यहूदी समुदाय के योगदान ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा किया है।
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से उत्पन्न खतरों का सामना कर रहा है, जिन्हें इजरायल ने भी आतंकवादी संगठन घोषित किया है। दोनों देशों के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारत और इजरायल के बीच व्यापारिक संबंध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत इजरायल का एशिया में दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और हाल के वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी, हाई-टेक उत्पादों और चिकित्सा उपकरणों जैसे क्षेत्रों में व्यापार में वृद्धि देखी गई है।
यह मुलाकात दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक और कदम है, जो आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एकजुटता का प्रतीक है।