छपरा से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। सारण जिले (Ganga Cut in Saran) के सदर प्रखंड अंतर्गत कुतुबपुर दियारा और आसपास के गांवों में गंगा नदी का भीषण कटाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। सुबह से ही नदी का रुख बदलने और किनारे के मिट्टी के धंसने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है। ग्रामीणों के बीच भय और असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है क्योंकि यह कटाव सीधे भोजपुरी के महान लोकनायक और “भोजपुरी के शेक्सपियर” कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के गांव तक पहुंच गया है।
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गंगा नदी का यह प्रकोप अब दियारा क्षेत्र के तीन पंचायतों — कोटवापट्टी रामपुर, कुतुबपुर और महाजी — तक फैल चुका है। लगातार तेज धार और भूमि कटाव से सैकड़ों बीघा उपजाऊ जमीन गंगा में समा रही है। ग्रामीणों के घरों और खेतों के बचे रहने की उम्मीदें दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही हैं। नदी की रफ्तार देखकर स्थानीय लोग पुराने हादसों को याद करने लगे हैं।

कुछ ही दिन पहले जवइनीया गांव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जहां गंगा का जलस्तर इतना बढ़ गया कि पूरा गांव मानो नदी में समा गया हो। सैकड़ों मकान ढह गए थे, और अब वही भयावह दृश्य कुतुबपुर दियारा में देखने को मिल रहा है।
ग्रामीण प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लगातार कटाव और गंगा की बढ़ती रफ्तार से ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे रहा है। कई परिवारों ने सुरक्षित इलाकों की ओर पलायन शुरू कर दिया है।
सारण से रॉकी सिंह बजरंगी की रिपोर्ट
















