नई दिल्ली : अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के 63वें जन्मदिन पर अडानी फाउंडेशन द्वारा आयोजित विशाल ब्लड डोनेशन ड्राइव ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। इस अभियान के तहत 21 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में 27,000 से ज्यादा यूनिट ब्लड डोनेट किया गया, जो पिछले वर्ष के 25,282 यूनिट के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।इस वार्षिक पहल, जो 2011 से शुरू हुई थी, ने एक बार फिर अडानी फाउंडेशन की सामुदायिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया।
फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति अडानी ने कहा, “हमारे अडानी परिवार के हर सदस्य का धन्यवाद, जिन्होंने इस नेक कार्य में हिस्सा लेकर इसे सफल बनाया। उनकी भागीदारी न सिर्फ उनकी करुणा को दर्शाती है, बल्कि हमारी सामूहिक सेवा की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करती है।”
इस ड्राइव में 150 से ज्यादा शहरों में कैंप लगाए गए, जहां अडानी ग्रुप के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अडानी हेल्थकेयर टीम की देखरेख में आयोजित इस अभियान ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गौतम अडानी की “सेवा ही साधना है” की फिलॉसफी के अनुरूप, यह पहल देश के सबसे बड़े स्वैच्छिक ब्लड डोनेशन अभियानों में से एक बन गई है।
हालांकि, अडानी ग्रुप की इस पहल के बीच ग्रुप के प्रभाव और विवादों, जिसमें क्रोनी कैपिटलिज्म के आरोप और कानूनी चुनौतियां शामिल हैं, पर भी चर्चा जारी है। फिर भी, इस ब्लड डोनेशन ड्राइव ने एक बार फिर ग्रुप की सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को रेखांकित किया है।
अडानी फाउंडेशन की यह पहल न सिर्फ स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कॉर्पोरेट पहल सामाजिक कल्याण में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।