Gaya Pitrapaksh Mela 2025: गया जी में चल रहे पितृपक्ष मेले के दौरान सोमवार को एक खास दृश्य देखने को मिला, जब राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपने पूरे परिवार के साथ विष्णुपद मंदिर पहुँचे। उनके साथ पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा पुत्रवधू राजश्री भी मौजूद रहीं। पूरे परिवार ने परंपरागत वैदिक विधि-विधान से पितरों का पिंडदान किया और मोक्ष की कामना की।

विष्णुपद मंदिर परिसर के 16 वेदी स्थल पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यह अनुष्ठान सम्पन्न हुआ। स्थानीय पुरोहितों ने पारंपरिक रीति से लालू परिवार का श्राद्ध कर्म करवाया। पिंडदान के बाद लालू प्रसाद यादव ने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की प्रार्थना की। पितृपक्ष मेला हर वर्ष गया में लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। देश-विदेश से लोग यहां आते हैं क्योंकि मान्यता है कि गया में किया गया पिंडदान पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष प्रदान करता है।

लालू प्रसाद यादव का इस अवसर पर परिवार सहित आना धार्मिक महत्व के साथ-साथ राजनीतिक दृष्टि से भी खास रहा। बीते दिनों लालू यादव बहुत कम सार्वजनिक रूप से नजर आए हैं। ऐसे में पितृपक्ष मेले में उनके पूरे परिवार के साथ आने से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में उत्सुकता बढ़ी और यह चर्चा का विषय बन गया कि क्या इसका असर आने वाले राजनीतिक समीकरणों पर भी पड़ेगा।
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गया पितृपक्ष मेला वैसे तो धार्मिक आस्था का पर्व है, लेकिन इस बार लालू यादव की मौजूदगी ने इसे सियासी रंग भी दे दिया। एक ओर लाखों श्रद्धालु अपने पूर्वजों के लिए आस्था का यह कर्म कर रहे थे, तो दूसरी ओर लालू परिवार की एक झलक पाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। विशेषज्ञों का मानना है कि लालू यादव का यह सार्वजनिक आगमन राजद के लिए सकारात्मक संदेश है, क्योंकि इससे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को यह संकेत मिला है कि लालू यादव अब भी सक्रिय हैं और परिवार के साथ परंपराओं से जुड़े हुए हैं।






















