Pitripaksh Mela Gaya 2025: बिहार की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान बने गया जी के विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 का आज भव्य उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चारण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने दीप जलाकर मेले की शुरुआत की। इस मौके पर राजस्व मंत्री राजीव कुमार, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, एमएलसी अफांक अहमद, बेलागंज विधायक मनोरमा देवी, मेयर बिरेन्द्र कुमार समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।

पौराणिक मान्यता है कि गयाजी में पिंडदान और तर्पण करने से पितरों की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता के कारण हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। इस वर्ष 6 सितंबर से 21 सितंबर तक चलने वाले इस 17 दिवसीय महापर्व में लाखों पिंडदानी अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और उद्धार के लिए विशेष अनुष्ठान करेंगे।
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मोक्षधाम गया जी में प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। 324 सेक्टर अधिकारियों की तैनाती की गई है और विष्णुपद मंदिर के पास पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। शहर में सुबह तीन बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है ताकि यातायात सुचारू रहे।

श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था भी प्रशासन ने बड़े पैमाने पर की है। गांधी मैदान में 2500 श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी बनाई गई है। इसके अलावा 132 होटल-गेस्ट हाउस और 527 पंडा समाज के निजी भवनों को आवास के लिए तैयार किया गया है। कुल मिलाकर 76 हजार से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। गयाजी में वर्तमान में 54 वेदी स्थल हैं, जहां पिंडदान और श्राद्धकर्म संपन्न कराए जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से यह मेला न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है।




















