तेल अवीव: गाजा पट्टी में जारी संघर्ष को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए हमास ने शनिवार को युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। यह प्रस्ताव इजिप्ट और कतर के मध्यस्थता प्रयासों के तहत तैयार किया गया था। हालांकि, इस पर संकल्प बनने से पहले ही इजरायल ने अमेरिका के साथ मिलकर एक नया प्रस्ताव पेश कर दिया, जिससे हालात फिर उलझ गए हैं।
हमास के प्रस्ताव पर सहमति
प्रस्ताव के तहत:
- हमास पांच जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें एक अमेरिकी-इजरायली नागरिक भी शामिल है।
- इसके बदले इजरायल एक सप्ताह के लिए युद्धविराम लागू करेगा और गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देगा।
- इजरायल सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा।
- हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या ने इसकी पुष्टि की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ कि क्या यह प्रस्ताव पहले से बदला गया था।
इजरायल ने पेश किया नया प्रस्ताव
इजरायल ने हमास के प्रस्ताव को स्वीकार करने के बजाय एक संशोधित प्रस्ताव सामने रखा है। हालांकि, इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह प्रस्ताव अमेरिका के साथ हुई शुक्रवार की बैठक के बाद तैयार किया गया है।
संघर्ष का ताजा घटनाक्रम
- करीब दस दिन पहले इजरायल ने युद्धविराम तोड़ते हुए हमास पर हमला कर दिया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
- इजरायल का आरोप है कि हमास बंधकों को रिहा नहीं कर रहा और संघर्ष को बढ़ावा दे रहा है।
- इजरायल ने यह भी साफ कर दिया है कि जब तक हमास 59 बंधकों को रिहा नहीं करता, युद्ध जारी रहेगा।
- इजरायल की मांग है कि हमास सत्ता छोड़े, हथियार डाले और उसके नेता निर्वासित हों।
- दूसरी ओर, हमास का कहना है कि वह स्थायी युद्धविराम, गाजा से इजरायली सेना की वापसी और फलस्तीनी कैदियों की रिहाई की शर्त पर ही बंधकों को छोड़ने को तैयार है।
आगे की राह क्या?
फिलहाल, हमास और इजरायल के प्रस्तावों के बीच मतभेद के चलते युद्धविराम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। मध्यस्थों की कोशिश है कि दोनों पक्ष किसी साझा सहमति पर पहुंचें और गाजा में शांति बहाल हो सके।