दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों ने हमेशा मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने दावा किया कि हाल ही में हुए जीएसटी (GST) सुधार केवल कर ढांचे को सरल बनाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये देश के 140 करोड़ नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे।
वैष्णव ने कहा कि 2014 से पहले टैक्स व्यवस्था इतनी जटिल थी कि सामान्य परिवार हर रोज कई करों के बोझ तले दबा रहता था। लेकिन आज प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के नेतृत्व में GST में किए गए सुधारों ने “रोटी, कपड़ा और मकान” जैसे बुनियादी जरूरतों पर टैक्स का दबाव काफी हद तक कम कर दिया है। उन्होंने इसे मध्यम वर्ग को मिली “नई आर्थिक आज़ादी” करार दिया।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आगामी 22 तारीख, जो नवरात्रि का पहला दिन होगा, पूरे देश के मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए नई खुशियां लेकर आएगा। उनके अनुसार, इन सुधारों से न सिर्फ घर-परिवार की जेब पर बोझ कम होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि फिलहाल भारत की जीडीपी 330 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें 202 लाख करोड़ का उपभोग शामिल है। GST सुधारों से यदि उपभोग में 10% की भी वृद्धि होती है तो करीब 20 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उपभोग देश की अर्थव्यवस्था में जुड़ सकता है। यह न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाएगा बल्कि छोटे-बड़े उद्योगों को भी मजबूती देगा।

















