गांधीनगर, गुजरात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गांधीनगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, “अभी तो हमने ज्यादा कुछ किया नहीं, पर वहां पसीने छूट रहे हैं।” यह बयान पाकिस्तान में भारतीय सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में आया, जो 7 मई, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।
भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना ने समन्वित हमले करके पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचे और रणनीतिक सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्रवाई ने भारत की नीति में बदलाव को दर्शाया, जहां आतंकवादी लक्ष्यों के खिलाफ सीमा-पार बल के उपयोग को असाधारण से अपेक्षित बना दिया गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शेहबाज शरीफ ने भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल हमलों की दुर्लभ स्वीकारोक्ति की, जो 10 मई, 2025 को नूर खान एयरबेस और अन्य लक्ष्यों पर हुई थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल असिम मुनीर के 2:30 बजे के फोन कॉल ने इसकी पुष्टि की, जिससे ऑपरेशन सिंदूर की पैमाने और प्रभाव को रेखांकित किया गया।
इस कार्रवाई ने क्षेत्रीय सुरक्षा गतिशीलता और भारत की निवारक रणनीति की अंतरराष्ट्रीय धारणा को काफी प्रभावित किया है। प्रधानमंत्री मोदी के बयान से यह संकेत मिलता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री मोदी के बयान ने भारत की मजबूत सैन्य और राजनयिक प्रतिक्रिया को दर्शाया, जो क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।