नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज भारत-कनाडा के द्विपक्षीय संबंधों पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कनाडा के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा और आतंकवाद विरोधी लड़ाई में भारत के साथ सहयोग करने की इच्छा जताई थी।
पुरी ने कहा, “कनाडा के प्रधानमंत्री ने जो कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा और आतंकवाद विरोधी लड़ाई पर भारत के साथ काम करना सम्मान की बात है, वहां कौन आतंक करता है? ये वो लोग हैं जो यहां से गुमराह होकर जाते हैं और पाकिस्तान उन्हें फंड करता है। मुझे लगता है कि उनकी ये बात अपने आप में उन ताकतों पर एक कड़ा तमाचा है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि द्विपक्षीय संबंधों में जो कमियां और समस्याएं आई थीं, उन्हें अब ठीक कर लिया जाएगा और बहुत जल्द भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंध फिर से बेहतर हो जाएंगे। मुझे लगता है कि आने वाले समय में ये यात्रा और इसके नतीजे दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होंगे।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव रहा है, विशेष रूप से जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान। हाल ही में, 2025 के कनाडाई संघीय चुनावों में मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने अल्पमत की सरकार बनाई, और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
पुरी के बयान से यह संकेत मिलता है कि भारत, कनाडा के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है, लेकिन साथ ही आतंकवाद के मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाएगा।