फरीदाबाद: हरियाणा पुलिस पर एक बार फिर बर्बरता का आरोप लगा है। फरीदाबाद के एनआईटी थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर सुदीप सांगवान ने एक युवक को पूछताछ के नाम पर थाने बुलाया और घंटों तक अवैध रूप से हिरासत में रखकर बेरहमी से पिटाई की। पिटाई इतनी गंभीर थी कि पीड़ित युवक का जबड़ा टूट गया। मामले की शिकायत के बाद डीसीपी एनआईटी के आदेश पर आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे निलंबित कर दिया गया है।
पूरी रात थाने में रखा, मारपीट कर किया घायल
शिकायतकर्ता सत्यवान ने बताया कि उसका भाई मोहन राज बल्लभगढ़ की एक फैक्ट्री में काम करता है। फैक्ट्री प्रबंधन ने उसका महीनों का वेतन रोक लिया था, जिसके विरोध में मोहन ने फैक्ट्री का कुछ सामान अपने पास रख लिया था। उसने कहा था कि वेतन मिलते ही वह सामान लौटा देगा। फैक्ट्री मालिकों ने इस मामले की शिकायत एनआईटी थाने में कर दी। इसके बाद 27 मार्च को सब-इंस्पेक्टर सुदीप सांगवान ने मोहन को थाने बुलाया और घंटों तक बिठाए रखा। रातभर उसे हवालात में बंद रखा गया और बेरहमी से मारा-पीटा गया। पिटाई के चलते उसका जबड़ा टूट गया और शरीर पर कई अंदरूनी चोटें आईं। इलाज के दौरान पीड़ित ने मेडिकल रिपोर्ट के साथ डीसीपी को शिकायत दी।
पुलिसकर्मी के खिलाफ FIR, सस्पेंशन की कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू हुई और डीसीपी ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए। एनआईटी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी सब-इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने भी इसकी पुष्टि की है।
पुलिस कमिश्नर ने दी सख्त चेतावनी
पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि कानून के रखवालों को किसी नागरिक के साथ बर्बरता करने का कोई अधिकार नहीं है। दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।गौरतलब है कि मार्च में भी एक मामला सामने आया था, जब एक युवक को पुलिसकर्मी ने सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला था क्योंकि उसने गाड़ी ओवरटेक कर दी थी। इस तरह के मामलों ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।