हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सेठ फूल चंद बागला (पीजी) डिग्री कॉलेज में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में एक नया मोड़ आया है। पुलिस ने कॉलेज के प्राचार्य महावीर सिंह छौंकर को गिरफ्तार कर लिया है। प्राचार्य पर आरोप है कि उन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर रजनीश कुमार को बढ़ावा दिया और पीड़ित छात्राओं को धमकाया। इस मामले में प्रोफेसर रजनीश कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, “प्राचार्य महावीर सिंह छौंकर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश किया जा रहा है। प्रोफेसर रजनीश कुमार पर छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप है, और उनकी गिरफ्तारी पहले हो चुकी है। हम पीड़ित छात्राओं की पहचान करने और उनके बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं।”
यह मामला मार्च 2025 में तब सामने आया जब कॉलेज के मुख्य प्रॉक्टर और भूगोल विभाग के प्रोफेसर रजनीश कुमार के खिलाफ एक गुमनाम शिकायतकर्ता ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। पुलिस को सौंपी गई एक यूएसबी ड्राइव में 59 वीडियो मिले, जिनमें छात्राओं के साथ यौन शोषण के दृश्य रिकॉर्ड किए गए थे। जांच में पता चला कि रजनीश कुमार इन वीडियो का इस्तेमाल छात्राओं को ब्लैकमेल करने और उनसे आगे यौन संबंध बनाने के लिए करता था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रजनीश ने स्वीकार किया कि उसने कई छात्राओं का शोषण किया, हालांकि उसे यह याद नहीं कि कितनी लड़कियों को उसने निशाना बनाया। उसने यह भी बताया कि उसने कुछ साल पहले एक वेब कैमरे से गलती से एक छात्रा के शोषण का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था, जिसके बाद उसने जानबूझकर इस तरह की रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। इसके अलावा, वह छात्राओं और उनके माता-पिता से रिश्वत लेकर उन्हें परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने और नौकरी दिलाने का लालच देता था, जिसका इस्तेमाल वह यौन उत्पीड़न के लिए करता था।
प्राचार्य महावीर सिंह छौंकर पर आरोप है कि रजनीश के खिलाफ कई शिकायतें मिलने के बावजूद उन्होंने उसे मुख्य प्रॉक्टर के पद पर बरकरार रखा और उसका समर्थन किया। इसके साथ ही, उन्होंने पीड़ित छात्राओं को चुप रहने के लिए धमकाया। मार्च में मामला दर्ज होने के बाद रजनीश को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन तब तक वह फरार हो चुका था। 72 घंटे की तलाश के बाद पुलिस ने उसे प्रयागराज से गिरफ्तार किया था।
एसपी चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने कहा, “हमने इस मामले में तीन टीमें गठित की थीं, जिन्होंने रजनीश को पकड़ने में सफलता हासिल की। अब प्राचार्य की गिरफ्तारी के साथ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी दोषियों को सजा मिले।” रजनीश के खिलाफ भादंस की धारा 64(2), 68 और 75 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कॉलेज के सचिव प्रदीप कुमार बागला ने मार्च में रजनीश को निलंबित करते हुए कहा था कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग करेंगे। हालांकि, प्राचार्य की गिरफ्तारी के बाद कॉलेज प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतने गंभीर आरोपों के बावजूद रजनीश को लंबे समय तक संरक्षण क्यों दिया गया।
यह मामला हाथरस में शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा और जवाबदेही को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस ने पीड़ित छात्राओं से आगे आकर अपने बयान दर्ज करने की अपील की है, ताकि मामले में पूरी तरह से न्याय सुनिश्चित किया जा सके।