2 जुलाई को हाथरस में जिस भोले बाबा के सत्संग के बाद 120 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई, उनका अब बयान आया है। उन्होंने कहा- होनी को कौन टाल सकता है। उनके मुताबिक ये सनातन को बदनाम करने की साज़िश थी। उन्होंने एसआइटी की जांच पर पूरा भरोसा जताया है। भोले बाबा के नाम से मशहूर सूरजपाल ने कहा कि .2 जुलाई की घटना से मैं बेहद दुखी हूं, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है? जो आया है उसे एक न एक दिन जाना ही है।
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हमारे अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने हमें एक विशैले स्प्रे के बारे में बताया है। यह सच है कि इसमें कोई साज़िश है। हमें SIT और न्यायिक आयोग पर भरोसा है और हमें उम्मीद है कि सच्चाई सामने आएगी. अभी मैं अपनी जन्मभूमि बहादुर नगर, कासगंज में हूं. भोले बाबा ने हाल ही में हाथरस में एक ‘सत्संग’ आयोजित किया था, जहां भगदड़ के बाद 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।
कासगंज में है भोले बाबा
पेपर पर लिखे बयान को पढ़ते हुए सूरजपाल ने कहा कि हमने वकील एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के सदस्यों से विनती की थी कि घटना में मारे गए लोगों के परिजनों और इलाजरत घायलों की मदद की जाए। हमें उम्मीद है लोग अपनी सामर्थ्य के अनुसार पीड़ित परिजनों की मदद करेंगे। सूरजपाल जब मीडिया को बयान दे रहा था तब उसकी पत्नी भी वहां मौजूद थीं। हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़ की घटना के बाद सुर्खियों में आये स्वयंभू बाबा सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा बुधवार को कासगंज के पटियाली स्थित अपने आश्रम पहुंचे।