आज पटना स्थित गोनावां स्लम क्षेत्र में ‘आस्था फाउंडेशन’ द्वारा आयोजित ‘Walk for Life डायबिटीज़ और जीवनशैली’ विषय पर जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एपरोच फॉर लिविंग (पहल) के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ फिजिशियन डॉ0 दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि डायबिटीज़ से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला तथा भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र इससे बचाव के जरूरी उपायों पर भी विस्तार से चर्चा की।

डॉ0 तेजस्वी ने बताया कि डायबिटीज़ केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि यह एक जीवनशैली से जुड़ी चुनौती है। डॉ0 तेजस्वी ने मधुमेह लक्ष्ण के बारे में बताया कि यदि किसी व्यक्ति को कमजोरी लगती हो, बार-बार पेशाब होता हो, अत्यधिक प्यास लगती हो, पैरो टटैनी होता हो, घाव जल्दी नहीं भरता हो तो उन्हों रक्त में चीनी की जांच अवश्य करा लेनी चाहिए। किडनी डिजिज का भी प्रमुख कारण अनियंत्रित मधुमेह है।
डा0 तेजस्वी ने कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों को भीड़-भाड़ से बचने, मास्क पहनने, हाथ धोने की आदत बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर आस्था फाउंडेशन के पुरुषोत्तम सिंह और पहल के धर्मेन्द्र कुमार ने भी सक्रिय भूमिका निभाई और स्लम बस्तियों में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के हर वर्ग विशेषकर वंचित समुदायों तक स्वस्थ जीवनशैली और संक्रमण से बचाव की जानकारी पहुँचाना था।