गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोल्बर्न गोगोई पर सनसनीखेज आरोप लगाए। सरमा ने दावा किया कि एलिजाबेथ के पाकिस्तानी सेना के साथ “अच्छे रिश्ते” हैं और वे 19 बार भारत और पाकिस्तान के बीच यात्रा कर चुकी हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सरमा ने कहा, “एलिजाबेथ ने पाकिस्तान में काम किया और फिर दिल्ली में एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) में काम करने आईं, लेकिन उनकी सैलरी अभी भी पाकिस्तान से आती थी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके साथ वहां साथ रहे हैं।
यह विवाद उस समय और गहरा गया जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान तनाव को बढ़ा दिया। इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी, जिसके बाद भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के आठ अस्थायी सदस्य देशों से संपर्क किया और दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की गई। इस बीच, पाकिस्तान ने मिसाइल परीक्षण किए, जबकि भारत ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर संभावित संघर्ष की तैयारी शुरू कर दी।
पुरानी राजनीतिक दुश्मनी का नया मोड़
हिमंता बिस्वा सरमा और गौरव गोगोई के बीच यह टकराव नया नहीं है। सरमा, जो पहले कांग्रेस में गौरव के पिता तरुण गोगोई के नेतृत्व में काम करते थे, बाद में बीजेपी में शामिल हो गए। दोनों नेताओं के बीच पहले भी कई बार तीखी बयानबाजी हो चुकी है। साल 2023 में सरमा की पत्नी रिनिकी भुइयां सरमा ने गौरव गोगोई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसमें सरकारी फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था।
विवाद की शुरुआत और जांच की मांग
यह मुद्दा पहली बार फरवरी 2025 में सुर्खियों में आया, जब सरमा ने एलिजाबेथ कोल्बर्न के कथित तौर पर एक पाकिस्तानी अधिकारी, अली तौकीर शेख, से संबंधों को लेकर सवाल उठाए थे। शेख, जो एलिजाबेथ के सहकर्मी और सुपरवाइजर हैं, पर भारत विरोधी प्रचार करने का आरोप है। सरमा ने तब कहा था कि इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की जा सकती है।
गौरव गोगोई ने इन आरोपों को “हास्यास्पद और मनोरंजक” बताते हुए खारिज कर दिया और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी
क्या कहते हैं गौरव गोगोई?
गौरव गोगोई ने इन आरोपों को बीजेपी की साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी मेरे और मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए हद तक चली गई है। ये आरोप पूरी तरह से निराधार और दुर्भावनापूर्ण हैं। मैं उचित कानूनी कार्रवाई करूंगा।”
इस विवाद ने न केवल असम की राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में आगे क्या होता है, इस पर सभी की नजरें टिकी है।