नई दिल्ली : क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक रोमांचक खबर है! 113 साल बाद ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें एक बार फिर लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर एक-दूसरे से भिड़ने के लिए तैयार हैं। यह मुकाबला आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 के फाइनल के रूप में 11 जून से 15 जून तक खेला जाएगा। यह पहला मौका होगा जब इन दोनों टीमों का टेस्ट मैच लॉर्ड्स जैसे प्रतिष्ठित मैदान पर होगा, जो 1912 के त्रिकोणीय टूर्नामेंट के बाद एक अनोखी वापसी को दर्शाता है।
1912 का इतिहास दोहराएगा लॉर्ड्स
1912 में आयोजित त्रिकोणीय टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड ने हिस्सा लिया था। उस समय लॉर्ड्स में खेले गए एक मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन पहली पारी में 263 रन पर सिमट गई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 390 रन बनाए, जबकि साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी केवल 173 रन पर सिमट गई, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत दर्ज की थी। इस सीरीज को अंततः इंग्लैंड ने अपने नाम किया था। उस दौर की अनकवर्ड पिचों पर तेज गेंदबाजी का दबदबा देखने को मिला था, जो उस समय के क्रिकेट की खासियत थी।
2025 WTC फाइनल: नई शुरुआत
आज से 113 साल बाद, यह प्रतिद्वंद्विता एक बार फिर लॉर्ड्स में नई कहानी लिखने को तैयार है। साउथ अफ्रीका ने पिछले दो साल के साइकिल में 12 टेस्ट में से 8 में जीत हासिल की, जिसमें 69.44% पॉइंट्स प्रतिशत रहा, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 19 मैचों में 67.54% पॉइंट्स के साथ शीर्ष पर रही। दोनों टीमों के बीच पिछली बार टेस्ट 2023 में खेला गया था, और अब यह फाइनल उनके बीच एक और रोमांचक अध्याय जोड़ेगा।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि लॉर्ड्स की पिच पर इस बार भी गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी। 1912 की तरह, आधुनिक दौर में भी तेज गेंदबाजी की कला इस मैच का फैसला कर सकती है। साथ ही, ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा चैंपियन होने और साउथ अफ्रीका की घरेलू मजबूती को देखते हुए यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है।
दर्शकों के लिए खास
यह फाइनल न केवल खेल का उत्सव होगा, बल्कि 1912 के इतिहास को भी जीवंत करेगा। क्रिकेट प्रेमी इस ऐतिहासिक भिड़ंत को देखने के लिए उत्साहित हैं, जो टेस्ट क्रिकेट को वैश्विक मंच पर बनाए रखने की आईसीसी की कोशिशों का भी हिस्सा है।