केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को गया जिले के टनकुप्पा रेलवे स्टेशन पर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनाया। उन्होंने हावड़ा-देहरादून योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस के ठहराव का शुभारंभ किया और ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मांझी ने कहा, “हम जो कहते हैं, उसे करके दिखाते हैं।” यह कदम टनकुप्पा और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ी सौगात माना जा रहा है।
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जीतन राम मांझी ने टनकुप्पा रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक भव्य समारोह में ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, रेलवे अधिकारी, और माननीय विधायक ज्योति देवी, मौर्य जी, नंदलाल मांझी, नारायण मांझी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मांझी ने अपने एक्स हैंडल पर इस उपलब्धि की तस्वीरें साझा करते हुए इसे क्षेत्र के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस ठहराव से टनकुप्पा के निवासियों को ऋषिकेश जैसी पवित्र तीर्थ स्थल पर आसानी से यात्रा करने का अवसर मिलेगा। मांझी के अनुसार, यह कदम पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेल मंडल के तहत क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों में इस फैसले को लेकर उत्साह देखा गया, क्योंकि इससे रोजगार और पर्यटन के नए अवसर भी खुल सकते हैं।
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गया-धनबाद ग्रैंडकॉर्ड रेलवे संघर्ष समिति ने इस ठहराव की मांग लंबे समय से उठाई थी, और अब इसका फल क्षेत्रवासियों को मिला है। जीतन राम मांझी का यह कदम उनके राजनीतिक प्रभाव को और मजबूत कर सकता है, खासकर बिहार में उनकी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के लिए। हालांकि, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या मांझी अपनी केंद्रीय मंत्री की भूमिका में और रोजगार सृजन जैसे मुद्दों पर भी ध्यान देंगे।
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इस अवसर पर मांझी ने क्षेत्र के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि वे टनकुप्पा सहित अन्य रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण और सुधार के लिए भी प्रयासरत हैं। बिहार में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कई स्टेशनों का विकास हो रहा है, जिसमें गया क्षेत्र भी शामिल है।