हैदराबाद : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नामी अस्पताल की पूर्व सीईओ को कोकीन खरीदते हुए गिरफ्तार किया गया है। डॉ. नम्रता चिगुरुपति, जो ओमेगा हॉस्पिटल्स की सीईओ रह चुकी हैं, को रायदुर्गम पुलिस ने 53 ग्राम कोकीन के साथ रंगे हाथों पकड़ा। उनके पास से 10,000 रुपये नकद और दो सेल फोन भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, 34 वर्षीय नम्रता ने मुंबई के एक ड्रग सप्लायर वंश धाकड़ से व्हाट्सएप के जरिए 5 लाख रुपये की कोकीन का ऑर्डर दिया था। उसने 4 मई को ऑनलाइन पेमेंट किया, और 8 मई को डिलीवरी के दौरान पुलिस ने उसे और सप्लायर के सहयोगी बालकृष्ण को धर दबोचा। यह डिलीवरी एक रेस्टोरेंट के पास हो रही थी, जब पुलिस ने छापा मारा।
70-80 लाख रुपये खर्च किए ड्रग्स पर
जांच में खुलासा हुआ कि नम्रता ने हाल के दिनों में कोकीन खरीदने के लिए 70 से 80 लाख रुपये खर्च किए हैं। उसने कबूल किया कि उसकी नशे की लत 2021-2022 के दौरान स्पेन में एमबीए के समय शुरू हुई थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वेंकन्ना ने बताया कि नम्रता और बालकृष्ण के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ रहा ड्रग्स का कारोबार
यह मामला ड्रग तस्करी में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते इस्तेमाल को दर्शाता है। हाल ही में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि कोकीन जैसे प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी के लिए अब हवाई मार्गों का सहारा लिया जा रहा है। पुलिस एक अन्य स्थानीय तस्कर की भी तलाश कर रही है, जो इस ड्रग नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
पेशेवरों में बढ़ती नशे की लत
यह घटना भारत में पेशेवरों के बीच नशे की बढ़ती समस्या को भी उजागर करती है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अनुसार, हैदराबाद और मुंबई जैसे शहर ड्रग तस्करी के बड़े केंद्र बनते जा रहे हैं। इस मामले ने समाज के उच्च तबके में ड्रग्स की पहुंच और इसके दुष्परिणामों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।