नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया है।
इस बीच, पाकिस्तानी सांसद शेर अफजल खान मारवत के एक बयान ने दोनों देशों के बीच तनाव को और हवा दे दी है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य शेर अफजल खान मारवत ने एक स्थानीय पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा, “अगर भारत के साथ युद्ध छिड़ गया तो मैं इंग्लैंड भाग जाऊंगा।”
उनके इस बयान की पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हो रही है। कई लोगों ने इसे कायरता करार देते हुए उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाए हैं।
मारवत पहले भी विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी रह चुके हैं, लेकिन हाल के महीनों में पार्टी से उनकी दूरी बढ़ गई थी।
दूसरी ओर, भारत ने इस हमले के बाद अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है। पिछले हफ्ते, भारतीय वायुसेना ने अपने राफेल लड़ाकू विमानों और शीर्ष पायलटों के साथ एक बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास ‘आक्रमण’ का आयोजन किया था। नौसेना ने भी अपनी परिचालन तैयारियों का प्रदर्शन किया।
भारत की इन गतिविधियों से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। मीडिया की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने संभावित भारतीय हवाई हमलों का पता लगाने के लिए सियालकोट सेक्टर में अपने रडार सिस्टम को आगे की ओर स्थानांतरित कर दिया है। इसके साथ ही, पाकिस्तान वायुसेना ने अपने विमानों को कराची से लाहौर और रावलपिंडी के पास ठिकानों पर स्थानांतरित किया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने हाल ही में कहा था कि भारत की ओर से सैन्य हमले की आशंका आसन्न है। इस बीच, पिछले पांच दिनों से लगातार पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। कुपवाड़ा, बारामूला और अखनूर सेक्टरों में पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू की गई, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।