तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र अभ्यर्थी के रूप में नामांकन करने वाले राजेश रौशन(48) का हृदयगति रुक जाने से मुशहरी प्रखंड के सुस्ता स्थित आवास पर निधन हो गया। उन्होंने शुक्रवार को ही नामांकन पर्चा दाखिल किया था। वह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और सच्चिदानंद विचार मंच के अध्यक्ष भी थे। चित्रगुप्त एसोसिएशन के आजीवन सदस्य थे। परिजनों ने बताया कि सबकुछ ठीक चल रहा था। अचानक उनका निधन हो गया।
हार्ट अटैक आने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी राजेश कुमार रोशन को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बता दें कि राजेश रोशन बीजेपी के जुझारू कार्यकर्ता थे। वो विधान परिषद का चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन पार्टी और गठबंधन से उन्हें मौका नहीं दिया। जिसके बाद बीजेपी से बगावत कर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पर्चा भरा। नोमिनेशन के दो दिन बाद हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी।