गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भारत की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 1947 से 2014 तक के 65-70 वर्षों में भारत विश्व की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया था, लेकिन पिछले 10 सालों में देश ने अभूतपूर्व प्रगति की है। मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले एक दशक में भारत ने जो प्रगति की है, उसकी वजह से आज हर क्षेत्र में कुछ नया दिखता है, एक नई ऊर्जा दिखती है। आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और अगले 2 सालों में यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आज भारत दुनिया में खुद को साबित कर रहा है।” इससे पहले, योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 91 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विकास पर जोर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में निवेश के कार्यक्रम चल रहे हैं, जो राज्य को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि भारत की यह प्रगति वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती साख को दर्शाती है। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले मार्च 2022 में गोरखपुर में अंकुर उद्योग लिमिटेड इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट के उद्घाटन के दौरान भी भारत के पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की बात कही थी। उनकी यह टिप्पणी केंद्र सरकार के तहत राष्ट्रीय विकास की एक सतत कथा को रेखांकित करती है। आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की यह प्रगति कई क्षेत्रों में सुधारों और नीतिगत पहलों का परिणाम है।
विश्व बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने हाल के वर्षों में कारोबारी सुगमता (Ease of Doing Business) और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (Global Competitiveness Index) में भी उल्लेखनीय सुधार किया है। हालांकि, देश में अभी भी आय असमानता और गरीबी जैसी चुनौतियां बरकरार हैं, जिन्हें दूर करने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। इस जनसभा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर जनता में उत्साह देखा गया, और कई लोगों ने इसे भारत के उज्जवल भविष्य का संकेत बताया।