नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकियों और उनके आकाओं को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसी कायराना हरकतों से डराया नहीं जा सकता और इस हमले के जिम्मेदार लोगों को करारा जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने साफ किया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति है और जो लोग इस साजिश में शामिल हैं, उन तक पहुंचकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “कल पहलगाम में धर्म को निशाना बनाकर आतंकवादियों ने एक कायरतापूर्ण हमला किया, जिसमें हमारे देश ने कई निर्दोष नागरिकों को खो दिया। इस अमानवीय कृत्य से हम सभी गहरे शोक में हैं। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “आतंक के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है।
भारत का हर नागरिक इस कायरतापूर्ण हरकत के खिलाफ एकजुट है। मैं देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि भारत सरकार इस घटना के बाद हर जरूरी कदम उठाएगी। हम न केवल उन लोगों तक पहुंचेंगे जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया, बल्कि उन तक भी पहुंचेंगे जिन्होंने पर्दे के पीछे से भारत के खिलाफ साजिश रची है। भारत एक प्राचीन सभ्यता और विशाल देश है, जिसे ऐसी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता। इस हमले के जिम्मेदार लोगों को आने वाले समय में कड़ा जवाब मिलेगा।” पहलगाम की बैसारन घाटी में हुए इस हमले में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी, जबकि 17 अन्य घायल हो गए।
हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। हमले के बाद सामने आया कि आतंकियों ने लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछा और कुछ लोगों को कलमा पढ़ने के लिए कहा। जिन्होंने कलमा पढ़ लिया, उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन बाकी लोगों को सिर के पास से गोली मार दी गई। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में नागरिकों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सजा दिलाने का भरोसा जताया है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकियों को “पशु और अमानवीय” करार देते हुए इस हमले को हाल के वर्षों में नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला बताया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अनंतनाग के एक अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और घटनास्थल का दौरा किया। यह हमला जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधियों की ओर एक बार फिर ध्यान खींचता है। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है और इस हमले के पीछे की साजिश को उजागर करने के लिए जांच तेज कर दी गई है