नई दिल्ली: भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर गंभीर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने मंगलवार को एक बयान जारी कर ढाका सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जयसवाल जनवरी 2024 से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच अल्पसंख्यकों पर हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। मानवाधिकार संगठन Ain o Salish Kendra की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2013 से 2021 के बीच देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ 3,679 घटनाएं दर्ज की गईं।
अगस्त 2024 में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। रिपोर्टों के अनुसार, अब तक 52 जिलों में 200 से अधिक हमलों की पुष्टि हुई है। भारत ने इन घटनाओं को क्षेत्रीय स्थिरता और अपने रणनीतिक हितों के लिए खतरा बताया है। रणधीर जयसवाल ने कहा, “भारत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है। हम आशा करते हैं कि वहां की सरकार दोषियों के खिलाफ शीघ्र और सख्त कार्रवाई करेगी तथा सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करेगी।” विश्लेषकों का मानना है कि इन घटनाओं से भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर पड़ सकता है, खासकर जब भारत ने बार-बार दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक सहिष्णुता को मजबूत करने की वकालत की है। भारत की यह कड़ी प्रतिक्रिया बताती है कि पड़ोसी देशों में मानवाधिकारों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को अब वह अपने क्षेत्रीय हितों के दायरे में गंभीरता से ले रहा है।



















