पेरिस : भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने फ्रांस के विदेश व्यापार के लिए मंत्री प्रतिनिधि लॉरेंट सेंट-मार्टिन के साथ पेरिस में एक महत्वपूर्ण बैठक की, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से थी। यह बैठक फ्रांस में गोयल की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा का हिस्सा थी, जो 1 से 3 जून 2025 तक चली।
बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस के बीच व्यापार और निवेश के अवसरों पर चर्चा की, जिसमें रक्षा, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यह बैठक उस समय हुई जब फ्रांस और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार, हालांकि बढ़ रहा है, लेकिन 2008 में निर्धारित €12 बिलियन के लक्ष्य तक नहीं पहुंचा है।
लॉरेंट सेंट-मार्टिन, जो दिसंबर 2024 में प्रधानमंत्री फ्राँस्वा बेरो के तहत मंत्री प्रतिनिधि नियुक्त किए गए थे, ने फ्रांस के निर्यात को बढ़ावा देने और देश में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए रणनीतिक पहल की है। उनकी नियुक्ति फ्रांस की वैश्विक व्यापार साझेदारियों, विशेषकर भारत जैसे उभरते बाजारों के साथ, को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
इस बैठक के माध्यम से, दोनों देशों ने अपने आर्थिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में कदम उठाए हैं, जो सदी पुराने ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित हैं। 2019 में, हडसन इंस्टीट्यूट के एक शोधकर्ता ने फ्रांस को “भारत का नया सबसे अच्छा दोस्त” कहा था, जो दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को दर्शाता है।
मंत्री गोयल की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब भारत यूरोपीय संघ के साथ एक मुफ्त व्यापार समझौते (FTA) को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है, जिसे ideally इस वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस संदर्भ में, फ्रांस के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध भारत की आर्थिक रणनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने निवेश, व्यापार समझौतों और संभावित सहयोग के क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया, जो भारत के लिए विदेशी निवेश आकर्षित करने और फ्रांस के लिए एशिया में अपनी आर्थिक उपस्थिति को विस्तारित करने में मदद करेगा।
यह बैठक भारत और फ्रांस के बीच दीर्घकालिक आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक नई शुरुआत का प्रतीक है।