नई दिल्ली : भारत सरकार ने बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच इजरायल से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अभियान शुरू किया है। आज जारी एक आधिकारिक बयान में, विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि इजरायल से भारत आने वाले भारतीय नागरिकों की यात्रा को भूमि सीमाओं के माध्यम से सुगम बनाया जाएगा, इसके बाद हवाई मार्ग से उन्हें भारत लाया जाएगा।
तत्काल पंजीकरण की अपील
सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे तत्काल इजरायल में भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराएं, यदि पहले से पंजीकृत न हों। पंजीकरण के लिए लिंक https://t.co/u5ltUlsKaq पर उपलब्ध है। किसी भी प्रश्न या आपात स्थिति में, दूतावास ने 24/7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसके संपर्क नंबर +972 54-7520711 और +972 54-3278392 हैं। इसके अलावा, ईमेल [email protected] पर भी संपर्क किया जा सकता है।
क्षेत्रीय तनाव का संदर्भ
यह कदम इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते टकराव के बीच आया है, जहां 13 जून 2025 को इजरायल के सैन्य हमलों के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। हाल के दिनों में ईरान ने भी मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिससे मध्य पूर्व में संघर्ष के और गहराने की आशंका बढ़ गई है। इस संदर्भ में, भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की है।
पिछले सफल अभियान का उदाहरण
‘ऑपरेशन सिंधु’ का यह प्रयास ईरान से भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी के बाद आया है, जहां 18 जून 2025 को 110 भारतीय छात्रों को उत्तरी ईरान से आर्मेनिया की सीमा तक सफलतापूर्वक पहुंचाया गया। इस अभियान को भारतीय दूतावासों की संयुक्त निगरानी में अंजाम दिया गया, जो भारत की प्रभावी कांसुलर रणनीति को दर्शाता है।
भारत-इजरायल संबंधों का इतिहास
भारत और इजरायल के बीच संबंध 1990 के दशक से मजबूत हुए हैं, जिसमें सैन्य और आर्थिक सहयोग शामिल है। 1999 के कारगिल युद्ध में इजरायल ने भारत को हथियार और गोला-बारूद प्रदान किया था। वर्तमान संकट में यह सहयोग भारत के लिए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
‘ऑपरेशन सिंधु’ भारत की अपनी नागरिकों की भलाई के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, खासकर संकट के समय में। सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है और आवश्यक कदम उठा रही है ताकि भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।