भारत ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लड़ाई रोकने की अपील की थी. साथ ही भारत ने यह भी कहा कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच किसी भी मुद्दे में तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की कोई जगह नहीं है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें सत्र की आम चर्चा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाषण के बाद भारत की ओर से करारा जवाब दिया गया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने पाकिस्तान को घेरा.
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शरीफ ने अपने भाषण में कहा कि उनका देश भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों पर समग्र, व्यापक और परिणामोन्मुखी बातचीत करने के लिए तैयार है. उन्होंने कश्मीर की स्थिति पर भारत की आलोचना भी की. इसके अलावा, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की सराहना की और कहा कि उनके शांति प्रयासों ने दक्षिण एशिया में युद्ध टालने में मदद की. शरीफ ने बताया कि पाकिस्तान ने राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है. उनका मानना है कि यह एक छोटा सा योगदान है और ट्रंप सचमुच शांति के प्रतीक हैं.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने छह मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. भारत लगातार कहता रहा है कि संघर्ष रोकने का निर्णय दोनों देशों की सेनाओं के महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद ही लिया गया था. यह कार्रवाई आतंकवाद को रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से की गई थी.






















