अम्स्टेल्वीन (नीदरलैंड) — भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एफआईएच प्रो लीग 2024-25 में लगातार चौथी हार का सामना करना पड़ा, जब टीम को अर्जेंटीना के खिलाफ 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी। यह मुकाबला हॉकी के प्रतिष्ठित वैगनर स्टेडियम में खेला गया, जो ऐतिहासिक टूर्नामेंटों की मेजबानी के लिए जाना जाता है।
इस हार के साथ भारत की अर्जेंटीना के खिलाफ रेकॉर्ड में एक नया अध्याय जुड़ गया। यह पहली बार है जब भारतीय टीम को अर्जेंटीना से नियमन समय में हार मिली है। इससे पहले 2022 में भारतीय टीम शूटआउट में अर्जेंटीना से हार चुकी है, लेकिन नियमित समय में यह उनकी पहली पराजय रही।
पॉइंट टेबल पर प्रभाव
इस हार के बाद भारत के छह मैचों में 15 अंक हैं, और वह चौथे स्थान पर खिसक गया है। प्रो लीग के शेष मुकाबले अब और अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं क्योंकि 2026 एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए क्वालीफिकेशन इसी प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
मनोबल पर असर
लगातार चार हारों ने न सिर्फ टीम के मनोबल को झटका दिया है, बल्कि रणनीति और फिटनेस को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अर्जेंटीना के खिलाफ कई मौकों पर भारत ने गोल करने के अवसर गंवाए, और रक्षापंक्ति में भी समन्वय की कमी दिखी।
वैगनर स्टेडियम का दबाव
वैगनर स्टेडियम में खेलना किसी भी टीम के लिए गौरव की बात होती है, लेकिन साथ ही यह दबाव भी लाता है। इस प्रतिष्ठित मैदान में मिली हार भारतीय टीम के लिए एक मानसिक चुनौती बन सकती है, जिससे उबरना आने वाले मैचों के लिए अनिवार्य है।
आगे की राह
कोचिंग स्टाफ अब टीम की रणनीति और संयोजन पर पुनर्विचार कर रहा है। भारत को अगला मुकाबला बेल्जियम के खिलाफ खेलना है, जो प्रो लीग में एक शीर्ष टीम मानी जाती है। अगर भारत को विश्व कप की दौड़ में बने रहना है, तो उसे न सिर्फ जीत की राह पर लौटना होगा, बल्कि मजबूत प्रतिद्वंद्वियों को भी हराना होगा।