भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एयरस्ट्राइक की है। एक साथ 9 ठिकानों पर हमला किया गया है। सरकार ने बुधवार को एक बयान में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ ठिकानों पर हमला किया गया। बयान में कहा गया है कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया। भारत ने पहलगाम हमले का बदला ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान से लिया है। भारतीय सेना की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा रही है।
नारी शक्ति के साहसिक अभियान से दहला पाकिस्तान: ऑपरेशन सिंदूर बना आतंक के खिलाफ निर्णायक वार
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका शामिल हैं। भारतीय सेना की महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी भारत के पाकिस्तान आतंकी संगठन पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पूरी कहानी बता रही हैं। भारतीय सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी, महिला अफसर व्योमिका और विदेश सचिव विक्रम मिसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करने की जानकारी दे रहे हैं।

भारत ने दो महिला ऑफिसर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करा दुनिया को नारी शक्ति का मैसेज दिया है और इसके साथ ही भारत के हिंदू-मुस्लिम एकता का भी संकेत दिया है। कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर अधिकारी हैं। वर्तमान में वो सिग्नल कोर में सेवा देती हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी की पहली महिला अफसर हैं, जो आर्मी के ट्रेनिंग एक्सरसाइज ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ प्रोग्राम को लीड कर रही हैं।
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इससे पहले विक्रम मिसरी ने कहा, पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली है। हमलावरों की पहचान भी हुई है। हमारी इंटेलिजेंस ने हमले में शामिल लोगों से जुड़ी जानकारी जुटा ली है। इस हमले का कनेक्शन पाकिस्तान से है। पाकिस्तान दुनियाभर में आतंकवादियों के लिए एक शरण स्थल के रूप में पहचान बना चुका है। 22 अप्रैल को पहलगाम में बर्बरतापूर्वक हमला किया। इसमें वहां मौजूद लोगों को करीब से और परिवारों के सामने सिर पर गोली मारी गई। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात कराया गया। जम्मू कश्मीरी में पर्यटन बढ़ रहा था। पिछले साल सवा 2 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट कश्मीर आए थे। इस संघ राज्य क्षेत्र में विकास और प्रगति को नुकसान पहुंचाकर पिछड़ा रखने का उद्देश्य था। ये जम्मू-कश्मीर सहित भारत में सामुदायिक घटना कराने की कोशिश की।