जकार्ता: भारत ने औपचारिक रूप से एशियन प्रोडक्टिविटी ऑर्गनाइजेशन (एपीओ) की 2025-26 कार्यकाल के लिए अध्यक्षता संभाल ली है। यह घोषणा 20 से 22 मई 2025 तक इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित हो रही एपीओ की 67वीं गवर्निंग बॉडी मीटिंग (जीबीएम) के दौरान की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव, अमरदीप सिंह भाटिया कर रहे हैं, जो भारत के लिए एपीओ के निदेशक भी हैं। यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने साझा की।
एपीओ एक क्षेत्रीय अंतर सरकारी संगठन है, जो 1961 में स्थापित हुआ था और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए सहयोग को बढ़ावा देता है। वर्तमान में इसके 21 सदस्य देश हैं, और यह संगठन सतत विकास और आर्थिक विकास पर केंद्रित है। भारत की अध्यक्षता ऐसे समय में आई है, जब वैश्विक आर्थिक चुनौतियों जैसे मुद्रास्फीति और मुद्रा अवमूल्यन का सामना करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता बढ़ रही है।
अमरदीप सिंह भाटिया, जो 1993 बैच के नागालैंड कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, ने अगस्त 2024 में डीपीआईआईटी के सचिव का पद संभाला था। इससे पहले वे वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे और व्यापार नीतियों एवं मुक्त व्यापार समझौतों से संबंधित वार्ताओं में शामिल रहे हैं। उनके नेतृत्व में भारत एपीओ के मंच का उपयोग क्षेत्र में उत्पादकता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए करेगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत डीपीआईआईटी न केवल औद्योगिक नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि बौद्धिक संपदा अधिकारों जैसे पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क और कॉपीराइट के संरक्षण और संवर्धन का भी कार्य देखता है। मंत्रालय ने हाल ही में राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार की शुरुआत की थी, जिसमें 46 स्टार्टअप्स को सम्मानित किया गया था।
जकार्ता में आयोजित इस बैठक में भारत ने क्षेत्रीय सहयोग और सतत आर्थिक विकास के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा किया। यह कदम भारत की बढ़ती वैश्विक और क्षेत्रीय प्रभाव को दर्शाता है।