IndiGo: देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो हाल के दिनों में जिस संचालन संकट से जूझी, उसने हजारों यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर ठहरने को मजबूर कर दिया। लंबी कतारें, उड़ानों की लगातार कैंसिलेशन और स्टाफिंग गड़बड़ियों ने एयरलाइन को सुर्खियों में ला दिया था। अब इंडिगो ने इस संकट से सबसे अधिक प्रभावित रहे यात्रियों को 10,000 रुपये के ट्रैवल वाउचर देने का ऐलान करके बड़ा कदम उठाया है। कंपनी इस घोषणा को एक ऐसे प्रयास के रूप में पेश करना चाहती है जो यात्रियों के भरोसे को दोबारा मजबूत करने में मदद करे।
इंडिगो ने अपने बयान में कहा कि 3 से 5 दिसंबर के बीच यात्रा करने वाले कई यात्री एयरपोर्ट्स पर फंस गए थे और भारी भीड़ व कैंसिलेशन के कारण गंभीर रूप से प्रभावित हुए। ऐसे सभी यात्रियों को कंपनी 10,000 रुपये मूल्य के ट्रैवल वाउचर देगी, जिनका इस्तेमाल आने वाले 12 महीनों में किसी भी इंडिगो उड़ान के लिए किया जा सकेगा। एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह वाउचर उस मुआवजे से अलग है जिसे वह सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार पहले ही देने का वादा कर चुकी है। सरकार द्वारा निर्धारित मुआवजा 5,000 से 10,000 रुपये के बीच है और वे यात्रियों पर लागू होता है जिनकी उड़ानें निर्धारित प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर रद्द कर दी गई थीं।
कंपनी पर यह संकट नए पायलट और क्रू ड्यूटी नियमों को लागू करने में प्लानिंग की गड़बड़ी के कारण अचानक फूटा। जब शेड्यूल बिगड़ा, तो फ्लाइट्स एक-एक करके कैंसल होती गईं। बेंगलुरु एयरपोर्ट से आज भी 60 उड़ानें रद्द की गईं, 32 आगमन और 28 प्रस्थान वाली। गुरुवार को एयरलाइन ने 1,950 से अधिक फ्लाइट्स ऑपरेट करने की योजना का हवाला दिया, लेकिन वास्तविक स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है।
DGCA पहले से ही इस पूरे मामले पर नज़र बनाए हुए है और इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को विस्तृत रिपोर्ट के साथ गुरुवार दोपहर 3 बजे तलब किया गया है। DGCA इस बात पर जोर दे रहा है कि एयरलाइन ऑपरेशनल बाधाओं को नियंत्रित करे और किसी भी अनावश्यक कैंसलेशन से बचे। यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इंडिगो का विंटर शेड्यूल पहले ही 10 प्रतिशत घटा दिया गया है, ताकि कंपनी को अपने संचालन को स्थिर करने का मौका मिल सके। 5 दिसंबर को एक दिन में 1,600 उड़ानें रद्द होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था, जिसने एविएशन सेक्टर में हलचल मचा दी थी।
बुधवार को तीन प्रमुख एयरपोर्ट–दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई से इंडिगो को 220 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। दिल्ली में सबसे अधिक 137 कैंसलेशन हुए। इस स्थिति पर पहली बार इंडिगो के चेयरमैन विक्रम मेहता ने अपनी चुप्पी तोड़ी और यात्रियों से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह संकट कई आंतरिक और बाहरी कारणों के संयोजन से पैदा हुआ, जिसमें मामूली तकनीकी गड़बड़ियां, विंटर शेड्यूल में बदलाव, मौसम से उपजी दिक्कतें, एयर ट्रैफिक की भीड़ और अपडेटेड क्रू रोस्टरिंग नियम शामिल हैं।




















