भारतीय टीम एशिया कप टी 20 से लगभग बाहर हो चुकी है। हालांकि इस पहले वाक्य से उन्हें आपत्ति हो सकती है, जो भारतीय टीम के जबरा फैन हैं। लेकिन हकीकत यह है कि अब चमत्कार ही भारतीय टीम को वापस ला सकता है। किस समीकरण से टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में बनी रह सकती है, वो हम आपको आगे बताते हैं। फिलहाल बात इस भारतीय टीम की। जो पाकिस्तान के बाद श्रीलंका से भी हारी और पूरे टूर्नामेंट में टीम की तरह दिखी ही नहीं। वैसे दोष इस टीम में शामिल खिलाड़ियों से अधिक उन परिस्थितियों का है, जिसने टीम में खिलाड़ियों से ज्यादा कप्तान बना दिए हैं।
साल भर में 8 कप्तानों को मौका
इंडियन क्रिकेट की मौजूदा हालत ऐसी हो गई है कि यहां टीम सेलेक्शन की बात हो ही नहीं रही। BCCI दावे करता रहे लेकिन प्रयोगों की अति ने टीम को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है कि इंडियन क्रिकेट टीम पिछले एक साल में आठ कप्तानों की अगुवाई में खेल चुकी है। भारतीय टीम गेंदबाजों को कप्तान बनाने के रिकॉर्ड में फिसड्डी रही है, इस बार वो भी हो चुका है। जसप्रीत बुमराह भी इसी अवधि में कप्तानी कर चुके हैं।
अभी 5 ‘कप्तानों’ के साथ खेल रही Team India
Asia Cup T-20 मुकाबले में भारतीय टीम की प्लेइंग 11 में पांच ‘कप्तान’ खेल रहे हैं। आधिकारिक कप्तानी रोहित शर्मा के पास है। तो अभी के प्लेइंग 11 में मौजूद विराट कोहली, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत ऐसे खिलाड़ी हैं, जो पिछले एक साल में टीम की कमान संभाले हुए हैं। जसप्रीत बुमराह अभी टीम से बाहर हैं, नहीं तो 11 खिलाड़ियों की टीम में छह कप्तान व पूर्व कप्तान खेल रहे होते। इनके अलावा शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे को बीते एक साल में टीम की कमान मिली चुकी है।
Asia Cup में ऐसे बनी रहेगी टीम इंडिया
वैसे तो मौजूदा स्थिति में टीम इंडिया का एशिया कप टी 20 में बने रहना लगभग असंभव है। लेकिन नतीजों के पहले दिमाग में उम्मीदों का एफिल टावर बना लेने वालों को टीम इंडिया के बने रहने की शर्त जाननी चाहिए। यह चार शर्तों का चक्रव्यूह है। एक भी टूटा तो आपके उम्मीदों का एफिल टावर नोएडा के ट्विवन टावर की तरह भरभरा कर गिरेगा।
ये हैं शर्तें
- पहली शर्त है कि सात सितंबर के मुकाबले में अफगानिस्तान पाकिस्तान को हरा दे
- दूसरी शर्त ये है कि आठ सितंबर को भारतीय टीम अफगानिस्तान को हरा दे
- तीसरी शर्त ये है कि नौ सितंबर को श्रीलंका की टीम भी पाकिस्तान को हरा दे
- चौथी शर्त ये है कि भारतीय टीम का नेट रन रेट अफगानिस्तान और पाकिस्तान से बेहतर हो