रांची : बीजेपी ने अपने दो सीटों के लिए एक और सूची जारी की। इसके अनुसार बरहेट से गमालियम हेम्ब्रम और टुंडी से विकास महतो को प्रत्याशी बनाया है। बता दें हेमंत सोरेन की या यूं कहें कि झामुमों की सबसे सुरक्षित सीट बरहेट मानी जाती है। यहां बीजेपी का आज तक खाता नहीं खुल सका है। लेकिन पिछले कुछ विधानसभा पर नजर डालें को वोटों की संख्या बीजेपी के खाते में बढ़ते क्रम में गिरी है। वहीं बरहेट सीट झामुमों और सीएम की खासमखास होने के कारण इसे झारखंड की सबसे हॉट सीट का दर्जा प्राप्त है। बता दें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित इस विधानसभा सीट से बीजेपी के गमालियम हेम्ब्रम का मुकाबला झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से है। आईए हम जानतें है भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस विधानसभा सीट से जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा है, वो कौन है? उसका अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा है? बरहेट से बीजेपी प्रत्याशी गमालियम हेम्ब्रम पेशे से शिक्षक रह चुके हैं। गमालियम अपने जीवन के शुरूआती दौर में पारा शिक्षक के रूप में सरकार को अपनी सेवा दे चुके हैं। पांच साल पूर्व ही गमालियम शिक्षक की नौकरी को छोड़ कर राजनीति में कदम रखा। गमालिसम पहले भी आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। राजनीति के अलावे गमालियम हेम्ब्रम को खेल में बेहद रूची है। गमालियम बड़े पैमाने पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन कर चुके हैं। उनके द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में देश-विदेश के खिलाड़ी शामिल हो चुके है। गमालियम ने 2019 में आजसू की टिकट पर पहली बार हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़े थे। उस वक्त उनकी उम्र महज 25 वर्ष थी। हालांकि 2019 में भाजपा के सिमोन मालतो भी मैदान में थे बावजूद इसके गमालियम ने चुनाव में अपना प्रदर्शन बेहतर रखा था। 2019 के चुनाव में हेमंत सोरेन को 73,725 वोट मिले थे वहीं भाजपा के सिमोन मालतो को 47,985 वोट मिले थे इसके साथ ही गमालियल हेम्ब्रम को 2,573 वोट मिले थे। कुल मिला कर पहली ही बार में जनता के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने वाले गमालियम इस बार पूरी रणनीति के साथ बरहेट के मैदान में उनर रहें इस वार बीजेपी आजसू के गठबंधन होने के कारण बीजेपी के वोटर और आजसू के मतदाता दोनो ही सम्मिलित वोट गामालियम को देंगे। फिर भी बरहेट में हेमंत सोरेन की मजबूत पकड़ के आगे गमालियम का प्रदर्शन क्या रहेगा से तो समय ही बताएगा। फिलहाल जारी आदेश के मुताबिक बरहेट में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजों की घोषणा होगी।