Droupadi Murmu Oath Taking Ceremony: द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया। चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन पहुंचकर उन्होंने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। देश की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई 2022 को देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। चीफ जस्टिस एनवी रमना के शपथ दिलाने के साथ ही वे देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने का गौरव हासिल कर लिया। देश के राष्ट्रपति के तौर एक महिला के रूप में शपथ ग्रहण करने वाली वे दूसरी हैं। पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल रही हैं।
संसद के केंद्रीय कक्ष में हुआ कार्यक्रम
संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के तमाम सांसद और केंद्रीय मंत्री इस मौके पर मौजूद रहे। कार्यक्रम की अग्रिम पंक्ति में बैठी स्मृति ईरानी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
जोहार के साथ ही गर्व में भरी नजर आई स्मृति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण के बाद पहली बार संसद के केंद्रीय कक्ष से देश को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने अपने अभिभाषण की शुरुआत जोहार से की। आदिवासी समाज में जोहार का अर्थ नमस्कार होता है। देश के सर्वोच्च पद पर एक महिला और वह भी आदिवासी समाज से बैठीं और उन्होंने जोहार से कार्यक्रम की शुरुआत की, इसने स्मृति को गर्व से भर दिया।
तालियां बजाते, मुस्कुराते नजर आई स्मृति
केंद्रीय मंत्री स्मृति नई राष्ट्रपति के पहले अभिभाषण के दौरान तालियां बजाते और मुस्कुराते नजर आईं। उन्होंने कई दफा अपनी भावनाओं को ऐसे व्यक्त किया, जिससे लोगों और खासकर कैमरा का ध्यान उनकी तरफ गया। उनके भावों को देखकर सोशल मीडिया पर जमकर मीम बन रहे हैं। कमेंट शेयर हो रहे हैं।
जल-जंगल की बात करती नजर आईं द्रौपदी मुर्मू
देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जल और जंगल की बात करती नजर आईं। आदिवासी समाज जल और जंगल की बात करती रही है। पहली बार एक राष्ट्रपति बड़े मंच से जल और जंगल की बात करती नजर आईं। इसका सीध अर्थ यह है कि देश में अब जंगल और पानी का मुद्दा चर्चा में आ रहा है। यह एक सकारात्मक पहलू है। देश में अब प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और संवर्द्धन की बात राष्ट्रपति के स्तर पर हो रहा है, यह एक सुखद पहलू है।