वैसे तो सबके पास एक दिन में 24 घंटे का ही वक्त होता है। कुछ लोगों के लिए ये 24 घंटे कम पड़ जाते हैं तो कुछ ऐसे भी लोग हैं जो न सिर्फ अपना काम इन्हीं घंटों में पूरा करते हैं, बल्कि दूसरों के लिए वक्त भी निकाल लेते हैं। कुछ ऐसी ही सोच है झारखंड कैडर के IPS चंदन झा की। बोकारो स्टील सिटी के एसपी चंदन झा की डेली लाइफ का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है क्योंकि हम अपने जिलों में एसपी का काम गाहे-बगाहे देख ही लेते हैं। लेकिन अपने तमाम कार्यों को पूरा करते हुए आईपीएस चंदन झा नई पीढ़ी के कुछ करना चाहते हैं और कर भी रहे हैं। चंदन झा खाली वक्त में छात्रों की मदद करते हैं। उनके पढ़ाए कई छात्र आईआईटी में भी पहुंच चुके हैं तो कईयों को उम्मीद है कि आगे बढ़ने का उनका सपना जरुर पूरा होगा। अपने इस ‘डबल रोल’ के बारे में IPS चंदन झा कहते हैं कि पुलिसिंग के साथ टीचिंग करने के पीछे फिल्म ‘गंगाजल’ से मिली प्रेरणा है।
प्राथमिकता पुलिसिंग, पढ़ाना पैशन
IPS चंदन झा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि “मैं एक औपचारिक शिक्षक नहीं हूं। लेकिन पढ़ाना मेरा पैशन है। मेरी पहली प्राथमिकता केवल पुलिसिंग ही है। लेकिन जब भी मुझे अवसर मिलता है, मैं टीचिंग को भी वक्त देता हूं। मेरी कोशिश यही है कि मेरा ज्ञान दूसरों की भी मदद करे।” चंदन झा अपने आगे की योजना के बारे में बताते हैं कि “अभी एसपी रैंक पर होने के कारण वक्त की कमी है। अगले दो से तीन साल भी व्यस्त ही रहेंगे। लेकिन जब मैं डीआईजी रैंक पर जाऊंगा, तो मुझे छात्रों के लिए अपेक्षाकृत अधिक समय मिल सकता है।”
“स्कूल के दिनों में मैंने बॉलीवुड फिल्म गंगाजल देखी थी और अजय देवगन के चरित्र ने मुझे बहुत प्रेरित किया है। मैं सोचा कि आईपीएस अधिकारी बनने के बाद मैं भी उनकी तरह काम करूंगा। मैं छात्रों को न केवल उनकी पढ़ाई के लिए बल्कि उनके समग्र व्यक्तित्व और व्यवहार में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करना चाहता हूं।”
चंदन झा, एसपी, बोकारो
11वीं व 12वीं के बच्चों को स्पेशल क्लास
पढ़ाने में चंदन झा मुख्य रूप से 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को मदद करते हैं। इसमें भी गणित और फिजिक्स पर उनका विशेष ध्यान होता है। 2021 में रामरूद्र हाई स्कूल बोकारो के 12वीं के सभी छात्र झारखंड बोर्ड से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे। वहां के बच्चे इसके पीछे चंदन झा को बड़ा कारण मानते हैं, जिन्होंने बच्चों को छह माह तक अपने खाली वक्त में पढ़ाया था। रविवार को स्पेशल क्लास के लिए वे बच्चों को बुलाते थे। इसके अलावा चंदन झा लगभग हर रविवार को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के कोचिंग में भी जाते हैं और उनका मार्गदर्शन करते हैं।
इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं चंदन झा
चंदन झा मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले से हैं। पटना में केंद्रीय विद्यालय से चंदन झा ने 2002 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद एनआईटी कालीकट से बीटेक पूरा किया। इलेक्ट्रिकल इंजीनियिरंग से बीटेक करने के बाद उन्होंने बेंगलुरु की एक मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी भी की। लेकिन एक साल तक नौकरी करने के बाद चंदन झा ने इस्तीफा दे दिया। फिर जुट गए सिविल सर्विस की तैयारी में। पहला अटेम्प्ट उन्होंने 2009 में दिया। इसमें भी वे सफल रहे थे। लेकिन 2010 में उन्होंने दूसरा अटेम्प्ट दिया और आईपीएस के लिए चुने गए।
IPS चंदन झा की सर्विस
- 2013 : SDPO, पाकुड़
- 2015 : सिटी SP जमशेदपुर
- 2016 : SP गुमला,
- 2018 : SP चाईबासा
- 2019-20 : राज्यपाल के ADC
- अप्रैल 2020 : बोकारो में एसपी (वर्तमान)