झारखंड की स्थापना 2000 में हुई। बिहार से अलग हुए इस राज्य में राजनीतिक अस्थिरता इसकी पहचान बनी हुई है। बीते 24 सालों में राज्य में 13 मुख्यमंत्री बने। ऐसा इसलिए हो सका क्योंकि झारखंड के अधिकतर मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाते। अब तक झारखंड के बने 13 मुख्यमंत्रियों में सिर्फ एक मुख्यमंत्री ने ही अपना कार्यकाल पूरा किया है। झारखंड के मुख्यमंत्रियों की सूची में बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, हेमंत सोरेन, रघुवर दास और चंपाई सोरेन शामिल हैं। लेकिन कार्यकाल पूरा करने वालों में सिर्फ रघुवर दास का नाम है, जो 28 दिसंबर 2014 से 29 दिसंबर 2019 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे।
झारखंड बनने के बाद 15 नवंबर 2000 को भाजपा के बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने। लेकिन लगभग ढाई साल बाद अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनाया गया। अर्जुन मुंडा भी लगभग दो साल तक ही मुख्यमंत्री रहे।
भाजपा के दो मुख्यमंत्रियों के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा को पहली बार सरकार बनाने का मौका मिला और शिबू सोरेन पहली बार मुख्यमंत्री बने। लेकिन 12 दिन ही शिबू सोरेन सीएम के पद पर रहे और उसके बाद 12 मार्च 2005 को फिर से अर्जुन मुंडा लगभग डेढ़ साल के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए। झारखंड की राजनीति में वो हिस्सा भी है जिसमें निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा लगभग 2 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहे।
28 अगस्त 2008 को शिबू सोरेन को एक बार फिर झारखंड का सीएम बनने का मौका मिला। लेकिन यह कार्यकाल भी लगभग 6 माह का ही रहा। राजनीतिक अस्थिरता के बीच 19 जनवरी 2009 को राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगा। लेकिन 30 दिसंबर 2009 को तीसरी बार शिबू सोरेन फिर झारखंड के सीएम बने। लेकिन कार्यकाल इस बार भी पूरा नहीं हुआ। झारखंड में 1 जून 2010 को दूसरी बार राष्ट्रपति शासन लगा। इसके बाद 11 सितंबर 2010 को अर्जुन मुंडा को तीसरी बार सीएम की कुर्सी मिली लेकिन इस बार भी उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ। 18 जनवरी 2013 को तीसरी बार झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगा।
झारखंड में अब तक दो नेताओं को 3 बार सीएम की कुर्सी मिली है, इसमें अब तीसरा नाम भी जुड़ सकता है। तीसरा नाम हेमंत सोरेन का जुड़ना तय माना जा रहा है, जो 7 जुलाई को शपथ ले सकते हैं। लेकिन हेमंत सोरेन 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने, हालांकि तब हेमंत सोरेन का कार्यकाल भी डेढ़ साल का ही रहा।
28 दिसंबर 2014 को भाजपा ने पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार झारखंड में बनाई और सीएम बने रघुवर दास। यह सरकार पूरे 5 साल चली। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद हेमंत सोरेन ने सरकार बनाई। इस बीच जनवरी 2024 में जेल जाने से पहले हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दिया और तब सीएम बने चंपाई सोरेन। लेकिन अब हेमंत सोरेन के जेल से जमानत पर वापस आ गए हैं और उनके लिए चंपाई सोरेन ने इस्तीफा देकर रास्ता साफ किया है।