[Team insider] झारखंड में गैंग रेप की घटनाएं लगातार हो रही है। झारखंड में इस वर्ष जनवरी माह में अब तक दर्जन भर से ज्यादा गैंग रेप की घटनाएं घटी है। यह घटनाएं झारखंड के अलग-अलग जिलों में घटी है। राज्य में बढ़ते दुष्कर्म की वारदात से ऐसा लगता है कि अपराधियों में कानून का खौफ ही नहीं रहा है। लगातार हो रहे दुष्कर्म की घटनाओं से एक ओर जहां समाज शर्मसार हो रहा है। तो वहीं पुलिस महकमे पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
48 घंटे में 5 दुष्कर्म की घटनाएं
आंकड़ो पर नजर डालें तो नए वर्ष में 18 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक महज 48 घंटे में 5 दुष्कर्म की घटनाएं सामने आयी थी। पहला मामला गुमला से, दूसरा सिमडेगा से, तीसरा गढ़वा, चौथा गोड्डा से और पांचवां मामला रांची से सामने आया था। इन घटनाओं से पुलिसिया तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि कुछ मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी जरूर हुई । लेकिन सवाल ये उठते है कि क्या अपराधियों में कानून का जरा भी खौफ नहीं रहा है।
नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप
समाज को शर्मसार करने वाली घटना सोमवार को गुमला जिले के करंज थाना क्षेत्र के दतिया मार्चाटोली गांव से आया है। जहां एक नाबालिग बच्ची के साथ तीन युवकों गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। हांलाकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है और तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन पुलिस कुछ भी बताने से साफ इंकार कर रही है। वहीं आरोपियों के नाम को भी गुप्त रखा गया है।
पुलिसिया तंत्र के दावे के लिए करारा तमाचे
ऐसे हालात देख यह लगता है कि अपराधियों में जहां पुलिसिया खौफ नहीं रहा है, तो वहीं अपराधी ऐसी घिनौनी वारदात को अंजाम देकर आसानी से छूट जाते है। जिससे उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। राज्य में महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए कई योजना चलाई जा रही है और उनकी बेहतरी का दावा किया जाता है। लेकिन यह दावे उस वक्त बेमानी नजर आते है। जब समाज को शर्मसार करने वाली गैंग रेप जैसी घटना सामने आती है, जो सरकार और पुलिसिया तंत्र के दावे के लिए करारा तमाचे से कम नहीं है।
आंकड़े से कई चौंकाने वाले खुलासे
राज्य की पुलिस महकमे की ओर से पिछले वर्ष नवंबर में पेश किए गए आंकड़े से कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। राजधानी रांची में दुष्कर्म की सबसे अधिक घटनाएं दर्ज की गई है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राजधानी रांची में दुष्कर्म के 137 घटनाएं रिकॉर्ड में दर्ज हुई और ना जाने बिना रिकॉर्ड के कितने मामले भी होंगे। राज्य पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ 30 नवंबर 2021 झारखंड में रेप के कुल 15 से 56 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से महज 82 मामलों में ही पुलिस अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर सकती है।
पूरे देश में झारखंड दुष्कर्म के मामले में आठवें नंबर
एनसीआरबी के रिपोर्ट के अनुसार 2020 में पूरे देश में झारखंड दुष्कर्म के मामले में आठवें नंबर पर था। आने 2020 में 1796 दुष्कर्म के मामले सामने आए थे। वही अक्टूबर 2021 तक की बात करें तो 1358 मामले सामने आए हैं। वहीं बीजेपी की पूर्व विधायक लुईस मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार बनने के बाद 2019 से लेकर 2020 तक 1 साल में 13 सौ से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं घटने की बात कही थी। वहीं पिछले 7 सालों की बात करें तो 2016 में 1146 मामले, 2017 में 1357 मामले, 2018 में 1478 मामले, सामने आए थे। वहीं 2019 में 1416, 2020 में 1660 मामले सामने आए हैं।