झारखंड विधानसभा की 80 विधानसभा सीटों में कुछ ऐसी सीटें हैं, जो सत्तारुढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गढ़ है। इन्हीं में एक सीट है लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट, जो झामुमो का गढ़ है। जबकि विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए यह सीट अबूझ पहेली है। पाकुड़ जिले और राजमहल लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली इस सीट पर 2000 से अब तक 5 विधानसभा चुनाव हुए हैं। जबकि एक बार उपचुनाव भी हुआ है। लेकिन हर चुनाव में झामुमो के ही उम्मीदवार जीते हैं। भाजपा चार बार दूसरे और दो बार तीसरे नंबर पर रही है।
बरहेट विधानसभा है झामुमो का गढ़, भाजपा के लिए इस बार हालात अलग
कांग्रेस के साथ ने लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर झामुमो को बनाया दिया अजेय
लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर झामुमो को भाजपा के साथ कांग्रेस भी टक्कर देती आई है। 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ही दूसरे नंबर पर रही थी। 2009 में भी कांग्रेस ने ही झामुमो को टक्कर दी और दूसरे नंबर पर रही। जबकि भाजपा का उम्मीदवार 2005, 2014, 2017 उपचुनाव और 2019 विधानसभा चुनाव में दो नंबर पर रहा। हालांकि जीत हर बार झामुमो के उम्मीदवार की रही। अब कांग्रेस और झामुमो का गठबंधन है तो लिट्टीपाड़ा में भाजपा के लिए उम्मीद और कम हो चुकी है।
लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा भले न जीती, उम्मीदवार जीता है
लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट ऐसी है, जहां से भाजपा के सिम्बल पर उसका कोई उम्मीदवार नहीं जीता। लेकिन पार्टी बदल कर भाजपा के उम्मीदवार ने जेएमएम के सिम्बल पर जीत दर्ज की है। साइमन मरांडी ऐसे उम्मीदवार हैं, जो भाजपा और झामुमो दोनों से लिट्टीपाड़ा से चुनाव लड़े हैं। लेकिन जीते सिर्फ झामुमो से हैं। साइमन मरांडी को पहली बार भाजपा ने 2005 में उम्मीदवार बनाया। लेकिन उस चुनाव में जीतीं झामुमो की सुशीला हंसदक। इसके बाद साइमन मरांडी झामुमो से 2009 में चुनाव लड़े और जीते। 2014 में झामुमो ने साइमन का टिकट काटा तो वे फिर भाजपा में आकर चुनाव लड़ गए लेकिन जीते नहीं। इसके बाद 2017 के उपचुनाव में साइमन मरांडी एक बार फिर झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बन गए। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो के दिनेश विलियम मरांडी ने जीत दर्ज की थी।
वैसे हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट पर झामुमो उम्मीदवार ने बड़ी बढ़त हासिल की थी। यहां से झामुमो के उम्मीदवार को 80,348 वोट मिले। जबकि भाजपा के उम्मीदवार को सिर्फ 54,970 वोट मिले।