कांग्रेस विधायक भी धनबाद एसपी पर अवैध संरक्षण का लगा चुके हैं आरोप
ईडी और सीबीआई का नाम सुनकर प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी के लोग बिदक जाते हैं। इसे विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई के लिए भाजपा का टूल कहा जाता है। हाल के दिनों में जब ईडी की कार्रवाई तेज हुई है तो यह आक्रमण भी तेज हुआ है। ऐसे में झामुमो का ही कोई विधायक ईडी और सीबीआई से प्रेम दिखाये, कार्रवाई की गुहार लगाये तो क्या कहेंगे। वह भी सोरेन घराने का विधायक।
कोयले का अवैध खनन और परिवहन का काम धड़ल्ले से जारी
धनबाद में अवैध खनन को लेकर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहू और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने आवाज उठाई है और धनबाद एसपी पर संरक्षण का आरोप लगाते हुए ईडी और सीबीआई से तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया है। सीता सोरेन ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि धनबाद जिले में कोयले का अवैध खनन और परिवहन का काम धड़ल्ले से जारी है। यह कहीं न कहीं इशारा करता है कि धनबाद के एसपी का इस अवैध धंधे को मौन सहमति और अप्रत्यक्ष समर्थन प्राप्त है। झारखंड पुलिस और सीबीआई एवं ईडी मामले को संज्ञान में लेकर तुरंत कार्रवाई करे।
बालू की लूट हो रही है, धनबाद डीसी-एसपी को निलंबित करें
सीता सोरेन ने अवैध कोयले के अवैध खनन और परिवहन को लेकर सवाल उठाया है। कैश कांड में बंगाल पुलिस द्वारा पकड़े गये कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने पिछले माह बालू की अवैध ढुलाई और खनन को लेकर धनबाद एसपी के साथ डीसी पर भी हमला किया था। इरफान ने वीडियो बना सीएम हेमन्त से कहा था कि बालू की लूट हो रही है, धनबाद डीसी-एसपी को निलंबित करें। बालू निकासी की वीडियो बनाकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से कहा है कि देखिये झारखंड को किस तरह लूटा जा रहा है।
इरफान अंसारी के गृह जिला जामताड़ा और धनबाद के बीच बराकर नदी से बालू का अवैध खनन हो रहा था। रास्ते से गुजरते हुए इरफान अंसारी ने वहीं बजराघाट पुल पर गाड़ी रोक कर देखा कि बालू का अवैध खनन व्यापक पैमाने पर हो रहा है। उन्होंने वहीं से वीडियो बनाया जिसमें बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और करीब चार-पांच सौ लोग बालू खनन और ढुलाई में लगे हुए थे।
सीएम साहब अवैध बालू खनन पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए
वीडियो में वे कहते दिख रहे हैं कि सीएम साहब अवैध बालू खनन पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। बालू तस्करी करके बंगाल भेजते हैं। हजारों हाइवा इसमें लगा हुआ है। सरकार एक तरफ बालू पर रोक लगाने की बात कर रही है दूसरी तरफ लूट हो रहा है। नाव से लोग बालू निकाल रहे हैं। प्रशासन की पूरी मिली भगत से यह हो रहा है। कहां है प्रशासन। शर्म आता है देखकर, कहां है कंट्रोल। कोई बोलने वाला नहीं है।
इस अवैध खनन के जरिये जिला प्रशासन रोजाना 25 लाख रुपये की अवैध कमाई कर रहा है। बहरहाल प्रदेश में अवैध माइनिंग को लेकर ईडी और अदालत की कार्रवाई से सत्ताधारी दल के लोगों से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी की नींद उड़ी हुई है। अगर ईडी ने धनबाद में बालू और कोयला के अवैध खनन और ढुलाई के मामले में हाथ डाला तो कई और अधिकारियों व इससे जुड़े लोगों की नींद हराम हो सकती है।