टुंडी: बीते कल भाजपा ने अपने टुंडी विधानसभा के प्रत्याशी की धोषणा कर दी। इसके साथ ही ये सस्पेंस समाप्त हो गया कि पुराने विजेता मथुरा प्रसाद महतो को बीजेपी से टक्कर कौन देगा। सबसे पहले जान लें कि टुंडी विधानसभा क्षेत्र गिरीडीह लोकसभा के अंतर्गत आता है। 2011 की भारत की जनगणना के अनुसार, टुंडी की कुल जनसंख्या 4,221 थी, जिसमें 2,067 (49%) पुरुष और 2,154 (51%) महिलाएं थीं. 6 वर्ष से कम आयु की जनसंख्या 610 है. टुंडी में कुल साक्षरों की संख्या 2,761 है. बता करें पिछले विधानसभा चुनाव की तो 2019 में झामुमो के मथुरा प्रसाद महतो को 72,552 वोट मिले थे। इन वोटो के साथ मथुरा ने जीत दर्ज की थी। वहीं दूसरे स्थान पर बीजेपी के प्रत्याशी विक्रम पांडे को 46,893 वोट मिले। इनके अलावा भाजपा में विलय कर चुकी जेवीएम (पी) के सबा अहमद को 25,547 वोट मिले थे। वहीं बात करे 2014 के चुनाव की तो इसी सीट से आजसू के राज किशोर महतो को 55,466 वोट मिले और वो विजयी रहे थे। वहीं दूसरे स्थान रहे झामुमो के मथुरा प्रसाद महतो को 54,340 वोट मिले। इसके अलावे झाविमो (पी) के सबा अहमद को 45,229 वोट मिले थे। इन आंकड़ो पर नजर डाले तो पाएंगे कि लगातार जेएमएम जेवीएम और बीजेपी के हिस्से ही अधिकतर वोट जा रहे। वहीं इस बार चुनाव में थोड़ा ट्विस्ट है। कारण कि बीजेपी में जेवीएम का विलय हो चुका है। अब जेवीएम और बीजेपी एक हैं ऐसे में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम को मिलने वाले मत परोक्ष रूप से बीजेपी को ही मिलेंगे।
ऐसे में जेएमएम प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो के लिए इस सीट पर पुन: जीत दर्ज कराना चुनौतिपूर्ण हो सकता है। बता करें प्रत्याशियों की तो अब तक मथुरा महतो सहित 13 प्रत्याशियों ने टुंडी से अपना नामांकन दर्ज करा चुके हैं। टुंडी से झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के मोतीलाल महतो, समाजवादी पार्टी के अजमुल अंसारी, कलावती देवी, निर्दलीय उम्मीदवार श्री दीप नारायण सिंह, निर्दलीय उम्मीदवार कंचन देवी, कमल प्रसाद, पप्पू कुमार निषाद, महेश चंद्र दास, मोतीलाल किस्कू, देवीलाल किस्कू तथा प्रियतोष कुमार पाठक ने निर्वाची पदाधिकारी सह एलआरडीसी दिलीप कुमार महतो के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। ये क्षेत्र कुरमी बहुल है। मालूम हो कि टुंडी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र झारखंड राज्य के 81 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह एक सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। यह धनबाद जिले में स्थित है और गिरिडीह संसदीय सीट के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। टुंडी विधानसभा में अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या लगभग 27,649 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 9.87% है। टुंडी विधानसभा में अनुसूचित जनजाति मतदाताओं की संख्या लगभग 46,306 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 16.53% है। टुंडी विधानसभा में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 45,661 है, जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 16.3% है। टुंडी विधानसभा में ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 197,212 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 70.4% है। टुंडी विधानसभा में शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 82,919 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 29.6% है। 2019 के संसदीय चुनाव के अनुसार टुंडी विधानसभा के कुल मतदाता 280131 थे।
इसवार जीत आसान नहीं है। क्योंकि अबतक इस सीट पर लड़ाई एनडीए के घटक दल आजसू और झामुमों के बीच ही चलता वहीं अब जेएलोएम के जयराम महतो के आ जाने से मुकाबला त्रिकोणीय भी हो सकता है। वही इस सीट पर बीजेपी पार्टी ने तोपचांची से जिला परिषद सदस्य विकास कुमार महतो को इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है। विकास भाजयुमों के युवा नेता है। विकास कुमार महतो भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। झारखंड की राजनीति में भाजयुमों का अहम स्थान है। और कुरमी बिरादरी में भी इनका खासा दबदबा है। इस बार सभी पार्टी की जुगत कुरमी वोट को साधने की है। वहीं जयराम महतो की झारखंड की राजनीति में सशक्त दावेदारी के बाद वोट के बंटने की प्रबल संभावना है। ऐसे में टुंडी विधानसभा की सीट पर मामला एक पक्षीय या द्वी पक्षीय नही होकर त्रिकोणात्मक भी हो सकता है। बहरहाल टुंडी में दूसरे चरण के मतदान के अंतर्गत 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे वहीं नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी। टुंडी की जनता किसे चुनतीहै ये तो समय कहेगा लेकिन जिस प्रकार टुंडी में वोटों का समीकरण तय है इससे मामला उलझता दिख रहा है।