बिहार की राजनीति पिछले पांच महीनों से दो महत्वकांक्षी नेताओं के इर्द-गिर्द घूम रही है। एक हैं नीतीश कुमार, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे पीएम पद की महत्वकांक्षा रखते हैं। जबकि दूसरे हैं तेजस्वी यादव, जो नीतीश कुमार के हटने का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें सीएम पद की महत्वकांक्षा है। वैसे तो राजनीति में महत्वकांक्षाओं से किसी को गुरेज नहीं होता लेकिन बिहार की राजनीति में इसकी चर्चा अचानक इसलिए बढ़ी हुई है क्योंकि इन दोनों नेताओं ने अपनी महत्वकांक्षा को पूरा करने के लिए अपनी पार्टी को ही दांव पर लगा दिया है। पहले तो नीतीश कुमार ने अपनी महत्वकांक्षा में अपनी पार्टी के नेताओं को छोड़कर तेजस्वी यादव का नाम अपने उत्तराधिकारी के लिए आगे कर दिया। तो अब तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के लिए अपनी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह को भाजपा का एजेंट बता दिया है।
इससे पहले CM नीतीश पर बरसते रहे हैं सुधाकर सिंह
- 12 सितंबर 2022 : मंत्रियों की नहीं सुनते हैं सीएम नीतीश कुमार। कृषि विभाग में सभी अधिकारी चोर हैं और वे चोरों के सरदार हैं।
- 13 सितंबर 2022 : कैबिनेट मीटिंग में नीतीश कुमार ने तत्कालीन मंत्री सुधाकर सिंह से कहा कि बयान देने से पहले जांच करा लेते। आप नहीं कराते तो हम अपने स्तर से करा देते। इतना सुनना था कि सीएम की नसीहत पर बिगड़े मंत्री कैबिनेट की बैठक छोड़कर निकल गए। डिप्टी सीएम के साथ अन्य सभी मंत्री आवाक रह गए। इस दौरान सीएम ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन तैश में मंत्री ने किसी की नहीं सुनी और बैठक से बाहर निकल गए।
- 14 सितंबर 2022 : तत्कालीन मंत्री सुधाकर सिंह ने सरकारों के खेल से कोई बचा है क्या? शहाबुद्दीन जेल में रहे और वहीं उनकी मौत हो गई। 17 सालों में बहुत सहा है बिहार ने। 17 सालों में शहाबुद्दीन, आनंद मोहन, जॉर्ज साहब, दिग्विजय सिंह सबने बहुत झेला है। मैंने भी झेला है। जेल तक भेज दिया गया हूं। लेकिन जब तक मंत्री हूं, विभाग को खूंटा ठोक के चलाउंगा।
- 25 सितंबर 2022 : नीतीश कुमार के कृषि रोड मैप से किसानों को कोई लाभ नहीं हुआ है। इस रोड मैप के आंकड़े काफी निराशाजनक हैं। पिछले 10 सालों में ना तो उत्पादन में ना ही किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है। बल्कि इसके उलट इस वित्तीय वर्ष में करीब 1 लाख टन तक उत्पादन घट गया है।
- 26 सितंबर 2022 : 17 सालों में बिहार का सिस्टम जर्जर हुआ है।
- 17 अक्टूबर 2022 : कुछ लोगों को लगता है स्वर्ग का रास्ता प्रधानमंत्री पद से होकर जाता है।
- 11 नवंबर 2022 : केंद्र और बिहार दोनों जगह एक-एक व्यक्ति की सरकार है और उनके आगे सभी लोग नतमस्तक हैं। देश की मौजूदा जो सरकार है वह भारत की सरकार या भाजपा की सरकार नहीं, बल्कि मोदी सरकार है। और बिहार में ‘नीतीशे कुमार’ की सरकार है। इन दोनों सरकारों में बाकी पार्टियां गौण हो गई हैं। जिन पार्टियों के जनाधार हैं, वह पार्टी भी गौण हो गई हैं। सिर्फ एक व्यक्ति के सामने हम सभी नतमस्तक हैं।
- 14 दिसंबर 2022 : सिर्फ कागजों पर है शराबबंदी, सच सुन के बौखला जाते हैं नीतीश कुमार।
- 31 दिसंबर 2022 : जब नीतीश कुमार कुर्सी से उतरेंगे तो उनके किए गए कार्यों का सही मूल्यांकन होगा और इतिहास उन्हें शिखंडी के रूप में देखेगा। नीतीश कुमार ने ही तेजस्वी यादव को सीएम बनने से रोक रखा है। तेजस्वी यादव राजद और महागठबंधन की ओर से सीएम पद के घोषित कैंडिडेट हैं। महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार 2-4 महीने के लिए नाइट वॉचमैन के तौर पर सीएम बने थे। उसके बाद तेजस्वी जी को चीफ मिनिस्टर बनना था। लेकिन आज सरकार बने साढ़े 4 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया। लेकिन, नीतीश कुमार कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं।
- 03 जनवरी 2022 : नीतीश कुमार विशेष राज्य का दर्जा लेने के लिए एक कटोरा लेकर हमेशा दिल्ली जाते हैं। ऐसा भिखमंगा लोगों ने बहुत कम ही देखा होगा, जो 350 करोड़ के हवाई जहाज से चलता होगा और कटोरा लेकर भीख भी मांगता है। नीतीश कुमार को शर्म नहीं आती है। वे शर्म को घोल कर पी गए हैं।
नीतीश का इशारा मिलते ही तेजस्वी का एक्शन
वैसे तो सुधाकर सिंह और नीतीश कुमार की अदावत पुरानी है। सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के विरोध में रहते हुए भी उनपर हमला किया है। मंत्री रहते हुए भी नीतीश कुमार पर हमला जारी रखा था। मंत्री पद छोड़ने पर तो सुधाकर और आग बबूला हैं। नीतीश पर ऐसे ऐसे वार कर रहे हैं कि खुद सीएम भी असहज हो गए। लेकिन सुधाकर सिंह को रोकने की कभी भी राजद नेतृत्व ने कोशिश नहीं की। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। इस बार तेजस्वी यादव ने सीधे सुधाकर सिंह को भाजपा का एजेंट बता दिया। साथ ही यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में सबकुछ है। उम्मीद है जल्दी कार्रवाई होगी।
दरअसल, इस बार तेजस्वी ने सुधाकर पर इसलिए कार्रवाई की क्योंकि नीतीश ने मंगलवार को दोपहर में ही कहा कि पार्टी को इस मामले को देखना चाहिए। इसके बाद पटना पहुंचे तेजस्वी ने एयरपोर्ट से ही कार्रवाई की बात कर दी।