वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मैच सामने है। ऐसा दूसरी बार हो रहा है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया एक साथ फाइनल में पहुंचे हैं। पहली बार यह संयोग 2003 में बना था जब भारतीय टीम हार गई थी। लेकिन 2023 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंची भारतीय टीम का जोश अलग ही लेवल पर है। वैसे जोश और रिकॉर्ड्स के बीच तालमेल होना जरुरी नहीं है। इसी तरह रिकॉर्ड्स और आने वाले मैच के रिजल्ट के बीच भी तालमेल जरुरी नहीं है। अब तक वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 13 मैच हुए हैं। हम आपको बता रहे हैं हर मैच का रिकॉर्ड।
1983 में मुकाबला एक-एक से बराबर
वो साल 1983 था जब पहली बार वर्ल्ड कप में भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया की टीम भिड़ी। पहला मैच 13 जून, 1983 को हुआ। इंग्लैंड के नॉटिंघम में हुए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की और 320 रनों का बड़ा स्कोर बनाया। कपिल देव ने पांच विकेट लिए और फिर 27 गेंद्रों में 40 रनों की तूफानी पारी भी खेली। लेकिन 158 रनों पर सिमटी भारतीय टीम 162 रनों से मैच हार गई। लेकिन इस वर्ल्ड में आगे चलकर विश्वविजेता बनी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया से हिसाब बराबर कर लिया। 20 जून, 1983 को चेम्सफोर्ड में फिर आमना-सामना हुआ। इस कपिल देव ने टॉस जीता और बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 247 रन बनाए। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने आस्ट्रेलियाई टीम को 129 रन पर ढेर कर मैच 118 रन से जीत लिया।
1987 में भी मुकाबला बराबर
1983 के वर्ल्ड कप की तरह 1987 के वर्ल्ड कप में भी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो मैच हुए। यह वर्ल्ड कप वैसे तो ऑस्ट्रेलिया ने जीता लेकिन भारतीय टीम से खेले दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलिया को खासी मशक्कत करनी पड़ी। 9 अक्टूबर, 1987 को हुए पहले मैच में चेन्नई के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया सिर्फ एक रन से जीत सका। जबकि 22 अक्टूबर, 1987 को हुए दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को भारतीय टीम ने 56 रनों से हरा दिया। वह मैच दिल्ली में हुआ था।
1992 में भी एक रन से जीता ऑस्ट्रेलिया
साल 1992 में हुए वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और भारत ब्रिसबेन में भिड़े। पहले बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया को करनी थी, जो 237 रन बना सकी। बारिश के कारण मैच के तीन ओवर घटाए गए, लेकिन रन सिर्फ 2 घटे। यानि भारत को 236 रनों का लक्ष्य मिला। आखिरी गेंद पर जीत के लिए चार रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर जवागल श्रीनाथ थे। श्रीनाथ चौका नहीं लगा सके लेकिन दो रन सफलतापूर्वक लेने में कामयाब रहे। इसके बाद तीसरा रन लेने के प्रयास में श्रीनाथ के साथ क्रीज पर खड़े वेंकटपति राजू आउट हो गए और भारत 1 रन से मैच हार गया।
1996 और 1999 में ऑस्ट्रेलिया जीता
साल 1996 तक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में स्टार बनने की दिशा में बढ़ चला था। कप तो उस साल श्रीलंका ने जीता लेकिन भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से आराम से पिछड़ गई। 27 फरवरी, 1996 को हुए मैच में सचिन तेंदुलकर और संजय मांजरेकर को छोड़कर अन्य भारतीय खिलाड़ी फ्लॉप साबित हुए और ऑस्ट्रेलिया को 16 रन से जीत मिली। 1999 में भी हालात नहीं बदले। 4 जून, 1999 को ऑस्ट्रेलिया के साथ इस वर्ल्ड कप में भारत की अकेली भिड़ंत हुआ और उसे 77 रन से हार मिली।
2003 में ऑस्ट्रेलिया ने बनाया इतिहास
15 फरवरी, 2003 को उस साल हुए वर्ल्ड कप में पहली बार भारत और ऑस्ट्रेलिया का मैच हुआ। भारतीय टीम सिर्फ 125 रनों पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने 22.2 ओवर में 1 विकेट पर ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके बावजूद भारतीय टीम अन्य सभी मैच जीतते हुए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने फिर पहुंच गई। 23 मार्च, 2003 को ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले फाइनल मैच में भारतीय टीम से उम्मीदें तो बहुत थीं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने एकतरफा मुकाबले में भारतीय टीम की उम्मीदों को तोड़ दिया। भारत ने जोहान्सबर्ग में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को बैटिंग के लिए बुलाया। कप्तान रिकी पोंटिंग की नाबाद 140 रन की पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 359 रनों के पहाड़ पर खड़ा कर दिया। जवाब में भारतीय टीम 39.2 ओवर में 234 रन पर ऑलआउट हो गई।
2011 में भारत ने किया हिसाब बराबर
2011 वो साल था जब 28 सालों के बाद भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप जीता। इस जीत से पहले तीन वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए चार भिड़ंत में हर मुकाबला भारतीय टीम हारी थी। लेकिन 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने वो गलतियां फिर नहीं दुहराईं। 24 मार्च, 2011 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और पांच विकेट से मैच जीता। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए 260 रन बनाए। भारतीय टीम ने तेंदुलकर, गौतम गंभीर और युवराज के अर्द्धशतकों के बूते यह स्कोर 47.4 ओवर में ही पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया।
2015-2019 में दोनों टीमों के हाथ 1-1 जीत
इसके बाद हुए दो वर्ल्ड कप में भारत और ऑस्ट्रेलिया एक-एक बार भिड़े। 26 मार्च, 2015 को हुआ मैच ऑस्ट्रेलिया ने 95 रनों से जीता। जबकि 9 जून, 2019 को हुए मैच में भारत ने 36 रन से ऑस्ट्रेलिया को हराया। लंदन के द ओवल में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 352/5 का बड़ा स्कोर खड़ा किया। कप्तान विराट कोहली ने 77 गेंदों में 82 रन बनाए थे। बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम लक्ष्य से 36 रन पहले हार गई।
इस वर्ल्ड कप में भारत अजेय
अब तक 2023 के वर्ल्ड कप के किसी मैच में भारत को हार नहीं मिली है। भारतीय टीम ने लगातार 10 मैच जीते हैं और लगभग सभी मैच बड़े अंतर से जीते हैं। 8 अक्टूबर, 2023 को ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए लीग मुकाबले को भी भारत ने 6 विकेट से जीता था। चेन्नई के चेपॉक स्टेडिय में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज 49.3 ओवर में 199 रन ही बना सके। लेकिन जवाब में भारतीय बैटिंग के तीन टॉप बल्लेबाज कोई रन नहीं बना सके। लेकिन कोहली के 85 रन और केएल राहुल के नाबाद 97 रनों पारी ने भारत को छह विकेट से जीत दिला दी।