तेल अवीव : इजरायल ने आज गाजा के अल-अहली अस्पताल पर मिसाइल हमला किया, जिसके चलते अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट को भारी नुकसान पहुंचा और उत्तरी गाजा का एकमात्र कार्यरत अस्पताल पूरी तरह से बंद हो गया। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, हमले से पहले इजरायली सेना ने चेतावनी दी थी, जिसके बाद मरीजों को निकाला गया। इसमें गंभीर हालत वाले मरीज भी शामिल थे।
गाजा के सिविल डिफेंस ने एक बयान में कहा, “इजरायली सेना की चेतावनी के कुछ मिनट बाद ही हवाई हमला हुआ। इस हमले से सर्जरी बिल्डिंग और आईसीयू के लिए ऑक्सीजन जेनरेशन स्टेशन नष्ट हो गया।” गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “जघन्य और घृणित अपराध” करार दिया। कार्यालय ने कहा कि इजरायल ने जानबूझकर गाजा के स्वास्थ्य क्षेत्र को नष्ट करने की योजना के तहत 34 अस्पतालों को सेवा से बाहर कर दिया है।
दूसरी ओर, इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने दावा किया कि अल-अहली अस्पताल में हमास का एक कमांड और कंट्रोल सेंटर था, जिसका इस्तेमाल हमास लड़ाके इजरायली नागरिकों और आईडीएफ बलों के खिलाफ हमलों की योजना बनाने के लिए कर रहे थे। आईडीएफ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हमास ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए अस्पताल परिसर का दुरुपयोग किया। हमले से पहले नागरिकों और अस्पताल को नुकसान से बचाने के लिए चेतावनी दी गई थी, सटीक हथियारों का उपयोग किया गया और हवाई निगरानी की गई।”
यह हमला उस घटना की याद दिलाता है, जब अक्टूबर 2023 में अल-अहली अस्पताल पर एक विस्फोट हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। उस समय इजरायल ने दावा किया था कि यह हमला फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के एक असफल रॉकेट लॉन्च के कारण हुआ था, जबकि फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था।संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की दिसंबर 2024 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से 30 जून 2024 के बीच इजरायल ने गाजा में 27 अस्पतालों और 12 अन्य चिकित्सा सुविधाओं पर कम से कम 136 हमले किए, जिनमें डॉक्टरों, नर्सों, मेडिक्स और नागरिकों की भारी संख्या में हताहत हुए। इस ताजा हमले ने एक बार फिर गाजा में चिकित्सा ढांचे पर हमलों को लेकर अंतरराष्ट्रीय चिंताएं बढ़ा दी हैं।