बिहार में अलग तरकी राजनीति का झंडा उठाने की बात करने वाले प्रशांत किशोर के जनसुराज ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में प्रशांत किशोर का नाम उम्मीदवार के तौर पर नहीं है। लेकिन प्रशांत किशोर ने जदयू के बाद भाजपा में और फिर अपनी पार्टी बनाने के बाद उसका विलय जनसुराज में कराने वाले आरसीपी सिंह की पत्नी को उम्मीदवार बनाया गया है।
आरसीपी सिंह की बेटी लता देवी नालंदा की अस्थावां सीट से उम्मीदवार बनाई गईं हैं। जबकि पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. केसी सिन्हा पटना की कुम्हरार सीट से उम्मीदवार बनाए गए हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता वाईवी गिरि सारण की मांझी सीट से जनसुराज के उम्मीदवार होंगे। लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम शामिल हैं।
पश्चिम चंपारण जिले से डॉ. दृग नरायण प्रसाद (वाल्मीकि नगर) और सुनील कुमार (लौरिया) को टिकट दिया गया है, जबकि पूर्वी चंपारण की हरसिधि (SC) सीट से अवधेश राम मैदान में हैं। इसी तरह मधुबनी के बेनीपट्टी से मोहम्मद परवेज़ आलम, सुपौल के निर्मली से राम प्रवेश कुमार यादव, और अररिया की सिकटी सीट से राघिब बाबलू को उम्मीदवार बनाया गया है।
किशनगंज की कोचाधामन सीट से अबू अफ़्फान फ़ारूक़, पूर्णिया के अमौर से अफरोज़ आलम और बायसी से मोहम्मद शहनवाज़ आलम को टिकट मिला है। वहीं दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान और सारण जैसे जिलों में भी जनसुराज ने उम्मीदवार उतारे हैं।
दरभंगा ग्रामीण से शोएब खान, केवटी से बिल्टू साहनी, और दरभंगा शहरी सीट से आर.के. मिश्रा को उतारा गया है। सिवान के रघुनाथपुर से राहुल किरति सिंह और दरौंधा से सत्येंद्र कुमार यादव चुनावी रण में हैं।
खगड़िया, बेगूसराय, भागलपुर, नालंदा और गया जिलों में भी इस सूची के नाम काफी चर्चा में हैं। खगड़िया से जयंत पटेल, बेगूसराय से सुरेंद्र कुमार साहनी और नालंदा से कुमारी पूनम सिन्हा को टिकट मिला है। गया जिले की इमामगंज (SC) सीट से डॉ. अजय कुमार और बोधगया से लक्ष्मण मांझी को उम्मीदवार बनाया गया है।

















