बिहार की राजनीति में एक और सियासी उलटफेर ने सबको चौंका दिया है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व प्रवक्ता और अनुभवी नेत्र चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देकर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) की सदस्यता ले ली है। इस घटनाक्रम को लेकर राजनीतिक विश्लेषक इसे जेडीयू के लिए एक संगठनात्मक झटका और VIP के लिए राजनीतिक अवसर मान रहे हैं।
JDU में “योग्य नेताओं” की उपेक्षा का आरोप
सदस्यता समारोह के दौरान डॉ. सुनील ने जेडीयू छोड़ने के पीछे की वजह स्पष्ट करते हुए कहा कि अब जेडीयू में योग्य और जमीनी नेताओं की कोई कद्र नहीं रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बंद कमरे से सरकार चला रहे हैं और कार्यकर्ताओं की आवाज को पूरी तरह अनदेखा किया जा रहा है। उनके इस बयान से यह साफ झलकता है कि पार्टी के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है।
VIP प्रमुख मुकेश साहनी का बड़ा राजनीतिक दावा
VIP प्रमुख मुकेश साहनी ने इस मौके पर कहा कि डॉ. सुनील जैसे काबिल और उपेक्षित नेता अगर हमारी पार्टी से जुड़ते रहे, तो VIP ही बिहार की राजनीति का भविष्य तय करेगी। आने वाले समय में VIP का ही प्रतिनिधि बिहार का डिप्टी सीएम बनेगा। डॉ. सुनील की VIP में एंट्री से जहां जेडीयू को नीतिगत और वैचारिक स्तर पर नुकसान पहुंचा है, वहीं मुकेश साहनी को नया चेहरा और बौद्धिक पूंजी मिली है। लगातार क्षेत्रीय स्तर पर सक्रियता बढ़ाकर VIP खुद को Kingmaker के रूप में स्थापित करने में लगी है। विशेष रूप से पिछड़े और उपेक्षित वर्गों की राजनीति को मुखर रूप देने की दिशा में मुकेश साहनी खुद को “सामाजिक न्याय का असली चेहरा” साबित करना चाहते हैं।