JDU MP Kaushalendra Statement: बंगाल में कथित तौर पर बाबरी मस्जिद निर्माण को लेकर शुरू हुई हलचल के बीच बिहार से जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार का बयान राजनीतिक भूचाल की तरह सामने आया है। बिहारशरीफ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने साफ कहा कि अगर स्थानीय मुस्लिम समुदाय मस्जिद बनाना चाहता है, तो उसे रोका नहीं जाना चाहिए। संविधान सभी नागरिकों को बराबर अधिकार देता है और धार्मिक आस्था के अनुसार पूजा स्थल बनाने का पूरा हक देता है।
कौशलेंद्र कुमार के इस बयान ने बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य के साथ-साथ बिहार की राजनीति में भी गर्मी बढ़ा दी है, क्योंकि बाबरी मस्जिद से जुड़ा कोई भी बयान राष्ट्रीय स्तर पर संवेदनशील माना जाता है। सांसद ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ हर धर्म को मानने, मान्यता देने और अपने तरीके से उपासना करने की स्वतंत्रता है। इसलिए अगर मुस्लिम समाज बाबरी मस्जिद दोबारा बनाना चाहता है तो इसे लेकर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि बाबर या अतीत की घटनाओं पर विवाद खड़ा करने की बजाय संविधान और आधुनिक भारत के मूल्यों पर भरोसा करना चाहिए। बाबर के विरोध को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि बाबर को हमने देखा नहीं, सिर्फ पढ़ा है, लेकिन आज की संवैधानिक व्यवस्था सभी नागरिकों को सम्मान से जीने का अधिकार देती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र में हर समुदाय को अपनी धार्मिक पहचान बनाए रखने और अपना धार्मिक स्थल बनाने का अधिकार है।
बयान का राजनीतिक महत्व इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में टीएमसी के पूर्व नेता हुमायूं कबीर ने कथित बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखने की घोषणा की थी। 24 नवंबर को उनके द्वारा किए गए ऐलान और 6 दिसंबर को रखी गई ईंट के बाद मामला गरमाया और उन्हें टीएमसी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसी पृष्ठभूमि में जेडीयू सांसद का खुला समर्थन कई सियासी सवाल खड़े करता है।






















