वैशाली: बिहार विधानसभा चुनाव के गर्म होते माहौल में अब राजनीतिक बयानबाजी भी चरम पर पहुंच गई है। वैशाली जिले के राजापाकर विधानसभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित सभा में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर तीखा प्रहार किया। मांझी का भाषण मगही में था, लेकिन उनके शब्दों की धार पूरे बिहार में गूंज उठी। उन्होंने कहा – “चोर मचाए शोर, हम NDA में पांच भाई, पांच पांडव हैं।”
मांझी ने बिना नाम लिए लालू यादव और तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के पुराने मामलों की याद दिलाते हुए कहा कि “आज जो लोग हमें ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहे हैं, वे खुद चोरी के केस में जेल गए थे। तेजस्वी यादव भी जमानत पर हैं, ये कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं कि जेल गए थे, ये लोग चोरी के मामले में जेल गए थे।” उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि “आज पटना में बैठकर लालू यादव क्या कर रहे हैं, यह जनता बखूबी जानती है।”
तेजस्वी यादव का NDA पर बड़ा हमला.. बिहार को बिहार का बेटा ही चलाएगा, कोई बाहरी नहीं
‘02 फीट के छोकरा को जननायक कह रहे हैं!’
मांझी ने अपने भाषण में जननायक कर्पूरी ठाकुर का नाम लेते हुए कहा कि “जननायक की उपाधि जनता देती है, चोरी करने वाले नहीं। कर्पूरी ठाकुर को जनता ने जननायक बनाया, सरकार ने उन्हें भारत रत्न दिया। लेकिन आज ये लोग राहुल गांधी को जननायक बना रहे हैं! 02 फीट के छोकरा को जननायक कह रहे हैं, यही चोरी करने लगा है।” मांझी ने कहा कि जो लोग आज जननायक की परिभाषा बदल रहे हैं, वही जनता के साथ सबसे बड़ी बेईमानी कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि “इनका परिवार कभी स्वतंत्रता सेनानी नहीं रहा। यह लोग चोरी के केस में जेल गए थे, आज जनता को गुमराह कर रहे हैं। बिहार की जनता जान चुकी है कि असली विकास कौन करता है और कौन सिर्फ परिवारवाद में फंसा है।”
‘एनडीए में पांच भाई, पांच पांडव’
मांझी ने सभा में कहा कि “हम NDA में पांच भाई हैं, पांच पांडव की तरह। हम जनता के लिए काम करने वाले लोग हैं। बिहार को लूटने वाले नहीं, सुधारने वाले हैं।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे एनडीए प्रत्याशी को ही वोट दें और “महागठबंधन के झूठे वादों” में न आएं।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “राहुल गांधी बचकानी हरकत करते हैं। उनमें गंभीरता नहीं है। सब पहले कहते थे तो मैं विश्वास नहीं करता था। अब पूर्ण विश्वास हो गया है कि उनसे ज्यादा बचकानी हरकत करने वाला वर्तमान राजनीति में कोई नहीं है। छठ जैसे महापर्व के लिए ऐसे शब्द बोलकर वे अपने साथ-साथ अपने पूर्वजों का नाम भी बदनाम कर रहे हैं।”






















