[Team Insider] नए वर्ष के शुरुवात के साथ ही 4 जनवरी को चाईबासा के चक्रधरपुर झीलरुआ हाईस्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के दो बॉडीगार्ड की हत्या कर हथियार छिनने की घटना का पुलिस ने उद्भेदन किया है। पुलिस गिरफ्त में आए नक्सलियों की अमराई जंगल में मुंशी बेहराम लुगून की गोली मारकर हत्या और जेसीबी मशीन को आग के हवाले करने के साथ-साथ प्रेम सिंह सुरीन की हत्या की घटनाओं में संलिप्तता पाई गई है। पुलिस ने 9 सक्रिय प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के सदस्य को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर 3 देसी करावईन, 42 राउंड गोली, नक्सलियों का बैनर पोस्टर, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
भाकपा माओवादियों के सदस्य के द्वारा पहले ही बनाई गई थी योजना
इस घटना में भाकपा माओवादियों के सदस्य के द्वारा पहले ही योजना बनाई गई थी। जिस में सक्रिय सदस्यों ने हिस्सा लिया था। पिछले वर्ष 27 दिसंबर 2021 और 2 जनवरी 2022 को भाकपा माओवादियों के सदस्यों द्वारा रवुआहातू गांव में घटना का अंजाम देने के लिए मीटिंग की गई थी। उस मीटिंग में यह योजना बनी थी कि 4 जनवरी 2022 को झीलरुआ हाईस्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक को लाना है। उनको पुरस्कार वितरण के लिए सूर्य ढलने तक रोककर रखना है और इसी दरमियान उनके बॉडीगार्ड का हथियार गोली लूट लेना है
पूर्व मुखिया को पूर्व विधायक को बुलाने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी
माओदियों के द्वारा बेला पंचायत के पूर्व मुखिया गुजरी केराई को पूर्व विधायक गुरुचरण नायक को खेलकूद प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण के लिए बुलाने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। प्रधान घोड़ा और पूसा लोगों को पुलिस की गतिविधियों की रेकी करने प्लान में शामिल सदस्यों को लाने और ठहराने की जिम्मेवारी दी गई थी। घटना के दिन दस्ते के सभी सदस्य घटना स्थल के चारों तरफ तैनात दिया गया।
दोनों बॉडीगार्ड हो गए थे शहीद
माओवादियों के पास तीन बड़ा चाकू और अन्य के पास मिर्च पाउडर था। प्लानिंग के तहत पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समाप्ति के बाद उनके द्वारा पूर्व विधायक के तीनों बॉडीगार्ड के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंक कर हमला कर दिया गया। बॉडीगार्ड द्वारा साहस का परिचय देते हुए हमले का प्रतिरोध किया गया, लेकिन उन लोगों के द्वारा प्रतिरोध के कारण दो बॉडीगार्ड को चाकू से वार कर घायल किया गया। जिसमें दोनों बॉडीगार्ड शहीद हो गए थे। जबकि पूर्व विधायक और एक बॉडीगार्ड वहां से जान बचाकर भागने में सफल रहे थे।
पुलिस ने प्रधान कोड़ाह, पुसा लुगून, कुजरी कराई, श्रीराम तुबीड, शैलेंद्र बाहान्दा, मंगल सिंह लुगून, मंगल सिंह दिग्गी, रंगिया लुगून और सोनिया सुरीन को गिरफ्तार किया है।